Jharkhand News: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है। इसके लिए बेहतरीन डॉक्टरों की नियुक्ति और रिम्स (रांची इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तकनीक से इलाज की दिशा में काम किया जा रहा है।
उन्होंने मंगलवार, 29 अप्रैल 2025 को रांची के एक होटल में आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य एवं अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत आयोजित कार्यशाला में यह बात कही।
निजी अस्पतालों पर सख्ती
डॉ. अंसारी ने निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई अस्पताल आयुष्मान भारत और अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत मरीजों का इलाज तो शुरू करते हैं, लेकिन योजना का फंड खत्म होने पर मरीजों को रेफर कर देते हैं।
इससे गंभीर मरीजों की मौत तक हो जाती है, जो अमानवीय है। उन्होंने अस्पतालों से इलाज की पूरी जिम्मेदारी लेने की अपील की। उन्होंने कहा, “मैं खुद एक डॉक्टर हूं और हर हाल में आपकी मदद करूंगा। मेरा मकसद स्वास्थ्य व्यवस्था को सुचारू बनाना है। कोई समस्या हो तो मुझसे सीधे संपर्क करें।”
मंत्री ने बताया कि कार्यशाला में कई निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि शामिल नहीं हो सके, इसलिए जल्द ही उनके लिए एक और कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
गाइडलाइंस का पालन जरूरी
झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी के कार्यकारी निदेशक अबु इमरान ने निजी अस्पतालों से आयुष्मान भारत और अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की गाइडलाइंस का शत-प्रतिशत पालन करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचना चाहिए।