कोडरमा: आज हम सभी अपने लिए जीवन जी रहे हैं। पर जीवन जीने का महत्व तो तब है, जब हम दूसरों के लिए कुछ करें। इसका सबसे सरल माध्यम रक्तदान है।
उससे हम दूसरे का जीवन बचा सकते हैं। रक्तदान महादान है और इसके जरिये दूसरों का जीवन बचाने में सुख मिलता है।
यह बात रविवार को सदर अस्पताल में आयोजित रक्तदान शिविर में जिला परिषद प्रधान शालिनी गुप्ता ने कहा।
उन्होंने कहा कि रक्तदान का महत्व उस वक्त समझ आता है, जब हमारा कोई अपना प्रियजन अस्पताल में रक्त के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा होता है।
रक्तदान शिविर में जिप अध्यक्ष की प्रेरणा से जिले के विभिन्न इलाकों से आये लगभग दो दर्जन युवाओं ने रक्तदान किया।
जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता ने सभी युवाओं का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनके आग्रह पर रक्त दान किया।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में अस्पताल में ब्लड की कमी हो जाने के कारण कई अन्य बीमारियों में अस्पताल में इलाज के लिए जाने वाले मरीजों को ब्लड मिलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था, यह सूचना मिली थी।
अभी कोरोना संकट काल मे अन्य मरीजों को रक्त की आवश्यकता पड़ रही थी पर कोरोना के कारण लोग रक्तदान करने में डर रहे थे।
इसलिए आज के इस शिविर से लोगो को काफ़ी राहत मिलेगी। आगे भी यह जारी रहेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि मैं स्वयं भी इच्छुक थी परंतु डॉक्टरों की सलाह और सरकारी मागदर्शिका के अनुसार वैक्सिन लेने के 14 दिन बाद ही रक्तदान किया जाता है, इसलिए मेरे टीकाकरण की अवधि पूरी होते ही मैं स्वयं भी रक्तदान करूंगी।
इस दौरान रक्तदान करने वाले युवाओं को जिप प्रधान शालिनी गुप्ता और सिविल सर्जन डॉ एबी प्रसाद ने प्रमाण पत्र दिया और उनका उत्साहवर्धन किया।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता भीम साहू, आनन्द कुमार आनन्द, संजीव समीर, सुशील अग्रवाल, अजीत वर्णवाल, नरेंद्र पाल आदि मौजूद थे।