Naushad, who celebrated the Pahalgam terror attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) का समर्थन कर लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तान को सोशल मीडिया पर बधाई देने वाले मोहम्मद नौशाद को बोकारो पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गुरुवार (24 अप्रैल 2025) को विशेष जांच दल (SIT) प्रमुख इंस्पेक्टर नवीन कुमार सिंह ने नौशाद के मकदुमपुर, मिल्लत नगर स्थित घर पर घंटों छानबीन की और डिजिटल डिवाइस, किताबें, और कागजात सहित कई सबूत जुटाए।
झारखंड ATS, टेक्निकल सेल, इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), और स्पेशल ब्रांच संयुक्त रूप से नौशाद के आतंकी नेटवर्क और कट्टरपंथी गतिविधियों की जांच में जुटे हैं।
तालीम लेकर बना मुफ्ती
35 वर्षीय नौशाद, मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले के सोभन गांव का रहने वाला है, और वर्तमान में अपने पिता (बोकारो स्टील प्लांट के रिटायर्ड कर्मचारी) के साथ बोकारो के मिल्लत नगर में रहता है।
उसने बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, और पश्चिम बंगाल के विभिन्न मदरसों में धार्मिक शिक्षा ली। 1999-2001 तक बोकारो के चंद्रपुरा में मदरसा रहमानिया बंदयू, 2002 तक हजारीबाग के पेलावर में मदरसा हुसेनिया, 2003-2005 तक धनबाद के पाथरडीह में मदरसा रियाजुल उलूम, और 2007-2012 तक सहारनपुर के दारूल उलूम वक्फ देवबंद में तालीम लेकर वह मुफ्ती बना।
इसके बाद, इस्लामिक लॉयर के रूप में उसने झारखंड, बिहार, UP, और पश्चिम बंगाल में गतिविधियां संचालित कीं। SIT अब इन सभी मदरसों की जांच कर रही है, साथ ही नौशाद के पासपोर्ट (31 जनवरी 2014 से 30 दिसंबर 2024 तक वैध), आधार, पैन, और बैंक खातों की भी छानबीन हो रही है।
सोशल मीडिया और संदिग्ध नेटवर्क:
नौशाद ने अपने भाई (दुबई में रहने वाला) के नाम से सिम कार्ड का उपयोग कर X, इंस्टाग्राम, और फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट किए। उसने उर्दू में लिखा, “शुक्रिया पाकिस्तान, शुक्रिया लश्कर-ए-तैयबा, अल्लाह तुम्हें हमेशा खुश रखे, आमीन।
हमें और खुशी होगी अगर RSS, BJP, बजरंग दल, और मीडिया को निशाना बनाया जाए।” प्रारंभिक जांच में उसके सोशल मीडिया फॉलोअर्स में अंतरराष्ट्रीय सीमा के कई संदिग्ध खाते सामने आए हैं, जिनकी पृष्ठभूमि खंगाली जा रही है।
बोकारो पुलिस की टेक्निकल सेल 53 संदिग्ध अकाउंट्स की जांच कर रही है, क्योंकि झारखंड में पहले भी आतंकी मॉड्यूल का खुलासा हो चुका है। पुलिस को आशंका है कि नौशाद जैसे कट्टरपंथी स्लीपर सेल का हिस्सा हो सकते हैं, जो आम लोगों के बीच रहकर आतंक का समर्थन करते हैं।
सीरियल ब्लास्ट के मास्टरमाइंड तहसीन अख्तर से कोई संबंध?
SIT ने नौशाद की गतिविधियों की गहन जांच के लिए उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दारूल उलूम वक्फ देवबंद जाने की योजना बनाई है। ATS ने डिजिटल साक्ष्य जुटाकर रांची में विश्लेषण शुरू किया है।
पुलिस यह भी जांच रही है कि क्या नौशाद का 2013 के पटना गांधी मैदान सीरियल ब्लास्ट के मास्टरमाइंड तहसीन अख्तर से कोई संबंध है, जो बोकारो के सिटी सेंटर में सक्रिय था।
बोकारो SP मनोज स्वर्गियारी के निर्देश पर टेक्निकल सेल सक्रिय है, और IB की तीन सदस्यीय टीम ने बालीडीह थाने में जांच शुरू की है। झारखंड DGP अनुराग गुप्ता ने कहा, “देशद्रोह जैसे गंभीर मामले में नौशाद के सभी संबंधों की गहन जांच की जा रही है।”