Protest erupted again in Sirmatoli flyover ramp: रांची के सिरमटोली में फ्लाईओवर रैंप निर्माण को लेकर गुरुवार को एक बार फिर तनाव बढ़ गया, जिसके बाद भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
सिरमटोली सरना स्थल बचाओ मोर्चा के सदस्यों ने रैंप निर्माण के लिए लाई गई सामग्री के खिलाफ देर शाम रैंप के पास धरना शुरू कर दिया।
मोर्चा का कहना है कि रैंप सरना स्थल तक पहुंच को बाधित करता है और इसकी पवित्रता को नुकसान पहुंचाता है, इसलिए वे किसी भी निर्माण कार्य की अनुमति नहीं देंगे।
प्रदर्शनकारी रैंप के पूर्ण ध्वस्तीकरण की मांग कर रहे हैं, जिसे लेकर सरहुल पर्व से पहले से विरोध चल रहा है। 24 अप्रैल की रात निर्माण सामग्री गिराए जाने की कोशिश के बाद मोर्चा के सदस्यों ने हंगामा किया, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने मोर्चा संभाला।
सिरमटोली सरना स्थल बचाओ मोर्चा, जिसमें 40 से अधिक आदिवासी संगठन और सरना समितियां शामिल हैं, का कहना है कि फ्लाईओवर का रैंप सरना स्थल के मुख्य द्वार के पास बनाया जा रहा है।
इससे सरहुल के दौरान तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं की शोभायात्रा प्रभावित होगी। मोर्चा ने मांग की है कि रैंप को पूरी तरह हटाया जाए या इसका स्थान बदला जाए।
मोर्चा के नेता प्रेमशाही मुंडा और पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा, “यह केवल निर्माण का सवाल नहीं, बल्कि हमारी धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक पहचान का मामला है। सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है।”
विरोध की शुरुआत सरहुल 2025 से पहले जनवरी में हुई थी। 22 मार्च को मोर्चा ने रांची बंद का आह्वान किया था, जिसमें हिनू और अलबर्ट एक्का चौक पर चक्का जाम और प्रदर्शन हुए। 30 मार्च को प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर रैंप को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी।