Warning to surround MLA residence : सिरमटोली फ्लाईओवर के रैंप निर्माण को लेकर गुरुवार (24 अप्रैल, 2025) शाम को दोबारा शुरू हुआ काम कुछ ही घंटों में विवाद के कारण रुक गया। केंद्रीय सरना स्थल के समीप रैंप उतारे जाने की सूचना मिलते ही सिरमटोली सरना स्थल बचाओ मोर्चा और विभिन्न आदिवासी संगठनों के सदस्य विरोध में जुट गए।
आंदोलनकारियों ने निर्माण कार्य को तत्काल बंद करा दिया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया, लेकिन विरोध के चलते काम अस्थायी रूप से रोक दिया गया।
लगभग दो घंटे तक चले गतिरोध के बाद वरीय प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती के साथ देर रात निर्माण कार्य फिर शुरू हुआ, लेकिन तनाव बरकरार रहा।
आंदोलनकारी अपनी मांग पर अड़े रहे कि रैंप को सरना स्थल के मुख्य द्वार से पूरी तरह हटाया जाए, क्योंकि यह उनकी धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था के लिए महत्वपूर्ण स्थल को प्रभावित करता है।
आदिवासी संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे 27 अप्रैल को विधायक आवासों का घेराव और चरणबद्ध आंदोलन तेज करेंगे।
क्या है मामला
गुरुवार को निर्माण सामग्री डालने की खबर फैलते ही सिरमटोली सरना स्थल बचाओ मोर्चा के सदस्य, जिनमें अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, केंद्रीय सरना समिति, और आदिवासी जन परिषद जैसे संगठनों के नेता जैसे प्रेमशाही मुंडा, गीताश्री उरांव, और बबलू मुंडा शामिल थे, रैंप स्थल पर धरने पर बैठ गए।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और जिला पुलिस की बटालियनों को तैनात किया। देर रात कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
एक पत्रकार, सुनीता मुंडा, ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनका मोबाइल फेंक दिया, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।