रांची: लातेहार के तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के मामले में एनआईए NIA ने दो अपराधियों को रिमांड पर लिया है।
एनआईए सूत्रों ने शनिवार को बताया कि एनआईए ने धनबाद जेल में बंद सुजीत सिन्हा और रांची जेल में बंद अमन साव को रिमांड पर लिया है। एनआईए NIA ने दोनों अपराधियों को 12 जून से लेकर 16 जून तक रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
उल्लेखनीय है कि एनआईए ने इससे पहले तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी व गोलीबारी के मामले में सुजीत सिन्हा गिरोह के 15 अपराधियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है।
लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के मामले की एनआईए जांच कर रही है। एनआईए ब्रांच रांची ने कांड संख्या आरसी 01/ 2021 दर्ज किया है।
इस मामले की जांच एनआईए के डीएसपी रैंक अधिकारी कर रहे हैं। एनआइए ने आईपीसी विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एनआईए ने अपराधी सुजीत सिन्हा समेत सात अपराधियों की भूमिका की जांच कर रही है।
एनआईए जिन अपराधियों की भूमिका की जांच कर रही है, इनमें सुजीत सिन्हा, प्रदीप गंझू, अमन साव, सकेंद्रे गंझू, बिहारी गंझू, प्रमोद गंझू, संतोष गंझू समेत कई अज्ञात शामिल हैं।
मालूम हो कि 18 दिसंबर 2020 की देर शाम लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया था।
हथियारबंद अपराधियों ने सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में चार ट्रक और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया था।
इसके अलावा अपराधियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया था।
इस घटना की जिम्मेदारी अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के प्रदीप गंझू ने लिया था। घटना के बाद अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के अपराधी प्रदीप गंझू ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि तेतरियाखाड़ कोल परियोजना के एक नंबर कांटा घर में हुई घटना की जिम्मेदारी लेता हूं।
इस घटना के माध्यम से रांची, चतरा, लातेहार, पलामू, हजारीबाग और रामगढ़ के सभी कोल आउटसोर्सिंग कंपनी, ट्रांसपोर्टिंग कंपनी, रैक लोडिंग, लोकल सेल संचालक और डियो होल्डर चेतावनी देता हूं कि हमारे गैंग से बिना मैनेज किए हुए जो काम करेगा उसका आगे भी यही अंजाम होगा।