झारखंड : कमल देवगिरि की हत्या से हिंदू संगठनों में आक्रोश, चाईबासा पूरी तरह से बंद

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चाईबासा: जिला पिछले तीन दिनों से उपद्रव, आग की लपटों के बीच जल रहा है। हालात ये हैं कि जिला मुख्यालय (District Headquarters) को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। सुरक्षा व्यवस्था (Security System) के मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल के जवानों को तैनात किया गया है।

यह पूरा बवाल गिरिराज सेना के संरक्षक कमल देवगिरि की हत्या (Kamal Devgiri Murder Case) के बाद हुआ है। इसे लेकर हिंदूवादी संगठनों (Hinduist organizations) ने पूरे चाईबासा जिले को बंद करा दिया है और वहां के हालात अभी काफी नाजुक बताए जा रहे हैं।

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हालांकि प्रशासनिक स्तर से यहां की स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।

जिला बंद कराने को लेकर सुबह से ही विभिन्न संगठनों के लोग पोस्ट ऑफिस चौक , बस स्टैंड चौक, सरायकेला मोड़, तंबू चौक, टाटा बाईपास रोड समेत अन्य जगहों पर टायर जलाकर बंद का आह्वान किया।

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संगठन के कुछ सदस्य शहर में घूम घूम कर बंद को सफल बनाने की अपील की है। टायर जलाकर विरोध कर रहे लोगों को पुलिस ने हटाया ।

साथ ही मुख्य सड़क पर जल रहे टायरों को भी बुझाते नजर आए। बंद को देखते हुए शहर की सभी दुकानें सुबह-सुबह नहीं खुली।

वहीं, दूसरी ओर पुलिस प्रशासन (Police Administration) लोगों से अपने-अपने प्रतिष्ठान को खोलने की अपील कर रहे हैं। लेकिन कोई इसके लिए तैयार नहीं हो रहा।

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शवयात्रा निकालने पर हुआ था बवाल

चक्रधरपुर में शनिवार शाम युवा हिंदूवादी कमलदेव गिरी (Hindutva Kamaldev Giri) की बम व गोली मारकर की गई हत्या के बाद उपजे तनाव ने उस वक्त विस्फोटक रूप ले लिया, जब उनकी शव यात्रा के दौररान पवन चौक पर दो पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई।

करीबन पौने एक बजे शव यात्रा कमलदेव के घर से निकलकर पवन चौक पहुंची। उस वक्त दूसरे समुदाय के लोग भी पुराना वार्ड नम्बर दस के सामने भीड़ लगाकर खड़े थे। हालांकि घटना को लेकर रैफ के जवाब पूरी मुस्तैदी से तैनात थे।

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शवयात्रा पर पथराव के बाद बढ़ा और तनाव

बताते चलें कि हिंदूवादी फायरब्रांड युवा नेता सह गिरिराज सेना के संरक्षक कमलदेव की हत्या (Murder) के बाद तो तनाव बढ़़ ही गया था, लेकिन मामला उस समय और बिगड़ गया, जब उनकी शवयात्रा निकाली गई और उस कुछ लोगों पथराव कर दिया।

बता दें कि गिरिराज पर हमले के बाद लोगों ने उन्हें रेलवे अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। वहीं इस घटना की जानकारी मिलते ही शहर के सारे दुकानों के शटर तेजी से गिरने शुरू हो गए।

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