रांची: Jharkhand Para Teacher झारखंड के 65 हजार पारा शिक्षकों की मांगों और समस्याओं के मुद्दों पर पारा शिक्षकों के साथ मंत्री जगरनाथ महतो से वार्ता हुई। झारखंड सरकार ने राज्य के पारा शिक्षकों को तोहफा देते हुए नियमावली बनाये जाने की घोषणा कर दी है।
मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि एक सप्ताह में बिहार मॉडल नियमावली तैयार हो रही है उसका प्रारूप (ड्राफ्ट) बन जायेगा उसके बाद उस प्रारूप में जो भी सुधार की ज़रुरत होगी उसमें आगे विचार किया जायेगा।
मंत्री ने ये भी कहा कि सरकार किये हुए वादे से पीछे नहीं हट रही है। हमारी सरकार जब तक है सभी पारा शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित रहेगा।
पहले बिहार मॉडल नियमावली लागू हो यही प्राथमिकता होगी। बता दें कि इसके लिए आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। विधि, कार्मिक, वित्त तथा कैबिनेट की स्वीकृति ली जाएगी।
मानदेय नही बढ़ाया गया है। मानदेय को लेकर उन्होंने कहा कि आगे जो भी छोटी-छोटी मांग होगी उन सभी पर चर्चा होगी, लेकिन पहले बिहार मॉडल प्रारूप तैयार हो जाए।
मंत्री ने कहा पहले पारा शिक्षकों के लिए नियमावली बने और पारा शिक्षकों का भला हो यही हमारी हम और सरकार चाहती है।
उन्होंने पारा शिक्षकों से आग्रह भी किया है कि जो नियमावली बन रही है उसे सभी स्वीकार करें जिससे सभी पारा शिक्षकों को भला हो सके।
एक सप्ताह लगाना पारा शिक्षकों के हित में नहीं
बता दें कि सरकार बिहार मॉडल अपनाने को तैयार हो गई है। लेकिन पारा शिक्षकों का एक गुट अपनी नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए मंत्री के आवास के बाहर जमकर नारेबाज़ी की।
उन्होंने कहा कि बिहार नियमावली को झारखंड में लागू होने के लिए जो ड्राफ्टिंग करना है उसमें एक सप्ताह लगाना पारा शिक्षकों के हित में नहीं है। आज हुई बैठक से सभी को बहुत उम्मीदें थीं लोग फूल, माला और गुलाल लेकर पहुंचे थे।
लेकिन आज नियमावली लागू नहीं होने से नाराजगी ज़ाहिर करते हुए कुछ पारा शिक्षकों ने नारेबाज़ी की जिससे थोड़े समय के लिए वहां अफरा तफरी का माहौल बन गया जिसे पारा शिक्षक संघ के नेताओं ने शांत कराया फिर जाकर माहौल शांत हुआ।
आज की बैठक थी बहुत उम्मदी
झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के वार्ताकार ने कहा कि बिहार मोडल पर 7 अगस्त मैं हुई बात से हमलोग सहमत थे लेकिन आज बिहार मोडल में कोई बात नही की गई। आज की बैठक सिर्फ एक समय को टालने के लिए की गई थी।
हमलोगों ने मौके पर ड्राफ्ट की मांग भी की तो कहा गया अभी ड्राफ्ट बना नही है एक सप्ताह लगेगा ड्राफ्ट बनने में। उसके बाद आपलोग को दिया जाएगा ड्राफ्ट जो भी सुझाव या बदलाव आपको करना होगा उसपर विचार किया जाएगा।
खोदा पहाड़ निकली चुहिया
55 हज़ार प्रशिक्षित पारा शिक्षक का मानदेय न्यूनतम 20 हज़ार हो। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा या तो नियमावली की मांग कीजिये या मानदेय वृद्धि की मांग कीजिये। जो 3 परीक्षा में पास नही करेंगे उनका मानदेय नही बढ़ाएंगे तो वो जियेंगे कैसे।
इस पर सचिव ने कहा कि इस विसय में वित्त विभाग से बात नही हुई है। कुल मिलाकर आज की बैठक खोदा पहाड़ निकली चुहिया थी। आज जो 5 सितंबर को उपहार के रूप म मिलना था वो नही मिला बस आज फॉर्मेलिटी के लिए बुलाया गया।
हम कोई भी नियमावली पास नही होने देंगे
बिहार के मॉडल में विचार योग्य बिंदुओं को लिखकर दिया गया था उसपर कोई विचार नही किया गया। 55 हजार पारा शिक्षकों का जब तक भविष्य सुरक्षित नही होता हम कोई भी नियमावली पास नही होने देंगे।