न्यूज़ अरोमा रांची: Jharkhand Para Teacher News झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ के राज्य इकाई की बैठक प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद सिद्दीक शेख़ के अध्यक्षता में पंचायत सचिवालय कांड्रा, महुदा, धनबाद में की गई। शहीद मुनेश्वर और शहीद कंचन के तस्वीर पर माल्यार्पण करके बैठक की शुरुआत की गई।
बैठक दो सत्र में की गई। पहले सत्र में राज्य भर के प्रखंड अध्यक्ष और प्रखंड सचिव से बैठक के एजेण्डे पर विचार लिये गये। वहीं दुसरे सत्र में जिलाध्यक्ष, जिला सचिव और राज्य कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने विचार देकर सभी प्राप्त विचारों को समेकित किया।
प्रदेश महासचिव विकास कुमार चौधरी के द्वारा आज के एजेंडे को दोनों सत्र में प्रस्तुत किया।
प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद सिद्दीक शेख़ ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य में गरीब, पीड़ित और पारा शिक्षकों के हित के लिये संवेदनशील सरकार बने इसके लिये विशिष्ट रणनीति के तहत राज्य के सभी विभागों के कर्मचारियों को एकजुट करके विधानसभा स्तरीय सम्मेलन का आयोजन चुनाव पूर्व किया गया था, जिसमें पारा शिक्षक संघ के द्वारा अहम भूमिका निभाई गई थी।
चुनाव पूर्व हमारे कार्यक्रम में हेमंत सोरेन ने राज्य के पारा शिक्षकों की नौकरी के स्थायीकरण और समान काम के लिये समान वेतन की व्यवस्था का वादा किया था।
झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ की मुख्यमंत्री के साथ के कुछ दिनों पहले हुए मुलाक़ात में मुख्यमंत्री ने कहा कि पारा शिक्षक संघ के साथ चुनाव पूर्व जो वादा हमने किया है, उसे ज़रूर पुरा किया जायेगा।
कोरोना के वजह से राज्य में आई अस्थिरता के वजह से काम बाधित हुआ है। शिक्षामंत्री अस्वस्थ हैं, जजिसे ही वो रांची वापस आकर काम प्रारंभ करेंगे तुरंत पारा शिक्षकों के स्थायीकरण के दिशा में पहल की जायेगी।
प्रदेश महासचिव विकास कुमार चौधरी ने सभा को सम्बोधित करते हुआ कहा कि वर्त्तमान सरकार बनाने के लिये हमलोगों ने एड़ी चोटी का जोर लगाया है।
वर्त्तमान सरकार हमारा काम करेगी, इसका हमें विश्वास है और शिक्षामंत्री के स्वस्थ होकर रांची लौटने के बाद एक माह तक हम सरकार पर विश्वास बनाये रखेंगे।
शिक्षामंत्री के लौटने के एक माह के अंदर हमारा स्थायीकरण नहीं हुआ तो इस सरकार से दो दो हाथ करने झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ सड़क पर उतरेगा।
संघ के प्रधान सचिव सुमन कुमार ने कहा कि राज्य के प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को अनुभव के आधार पर वेतनमान के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। प्रशिक्षित पारा शिक्षकों का हक किसी गिद्ध दृष्टि वाले को झपटने नहीं देंगे।
महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नेली लूकस ने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन सरकार द्वारा दी गई वादे को सरकार पूरा करें।
प्रदेश संगठन मंत्री सुशील कुमार पांडे ने कहा कि नियोजित शिक्षक बनने के लिए टेट अनिवार्य नहीं है।
टेट उतीर्ण एकीकृत मोर्चा साजिशन टेट आधारित नियमावली हम 55000 प्रशिक्षित पारा शिक्षकों पर थोपना चाहता है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
बैठक का लिया गया निर्णय
- अनुभव के आधार पर राज्य के प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को वेतनमान मिले, इसके लिए संघ कृत संकल्पित है।
- जब तक नियमावली नहीं बन जाती है तब तक प्रशिक्षित पारा शिक्षकों के लिए 24,000 मानदेय की व्यवस्था राज्य सरकार करे।
- अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों के सभी बकाये मानदेय का भुगतान को इसके लिए पदाधिकारी से मिला जाएगा।
- राज्य के 55000 पारा शिक्षकों के हित के लिये झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ कार्यरत है। इस संघ से जुड़े पारा शिक्षक राज्य के टेट उत्तीर्ण एकीकृत मोर्चा के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।
इस बैठक को प्रदेश प्रवक्ता सह कोडरमा जिला अध्यक्ष रविकांत तिवारी, भागवत तिवारी, अभिलाषा झा, प्रदीप मोदक, राजीव कुमार सिंह, हरे कृष्णा सिंह, युधीर मंडल, अशोक साह, अमृता कुमारी, डिलचंद महतो, जमाल अंसारी, सुनील चौधरी, जितेंद्र कुमार दुबे, शब्बीर अंसारी, निरंजन दे ,कल्याण चक्रवर्ती, दुर्गाचरणपाल, बालगोविंद महतो, फिरोज अहमद, दिलशाद अंसारी, शमशुल हक ,शहादत अंसारी ,वीरेंद्र ठाकुर, शब्बीर अंसारी, जयराज भारद्वाज, इरफान अंसारी, अजीत सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, बच्चू प्रसाद सिंह, रमेश सिंह, मुकेश राय,संजय सुमन, संजय सिंह, नसीम अंसारी, नीरज कुमार, देवेंद्र गुप्ता, छोटन राम, रविंद्र महतो, सुखदेव राय, अशफाक शेख, रामदयाल कोइरी, नवीन सिंह, मुख्तार अंसारी, सुखदेव राय, इमामुद्दीन, नागेंद्र सिंह, उज्जवल सील, वीरेंद्र शर्मा आदि शामिल हुए।