DGP एके सिंह ने रिपब्लिक डे पर पुलिस मुख्यालय में फहराया तिरंगा, बोले…

DGP अजय कुमार सिंह ने गणतंत्र दिवस को लेकर पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को झंडोत्तोलन किया। उन्होंंने सभी अधिकारियों पदाधिकारी और कर्मियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी।

Central Desk
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Republic Day: DGP अजय कुमार सिंह ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) को लेकर पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को झंडोत्तोलन किया। उन्होंंने सभी अधिकारियों पदाधिकारी और कर्मियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी।

DGP ने कहा कि संवैधानिक अधिकारों का फल हैं कि हमने सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचे और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण प्रगति की है।

Jharkhand पुलिस राज्य में आम जनता की सुरक्षा एवं संरक्षा के साथ-साथ राज्य को विकसित बनाने की दिशा में अग्रसर करने के लिए अनुकूल वातावरण बनाने में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है।

2024 में 402 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया

उन्होंने कहा कि झारखंड पुलिस का मुखिया होने के नाते मैं यह भली भांति समझता हूं कि अभियानों के दौरान होने वाली कठिनाईयों के बावजूद भी पिछले वर्ष झारखण्ड पुलिस के लिये काफी उत्साहजनक परिणामों वाला वर्ष रहा है।

झारखंड पुलिस ने न सिर्फ नक्सलवाद (Racism) की कमर तोड़ी है, बल्कि कई जटिल केसों को तीव्र गति से निष्पादन भी किया है। आने वाले दिनों में अन्य चुनौतियों के साथ-साथ चुनावों को भी शान्तिपूर्ण तरीके से निबटाने की चुनौती हम सभी के सामने है।

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उन्होंने कहा कि नक्सली अभियानों में गत वर्ष 402 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें सैक सदस्य एक, रीजनल कमेटी सदस्य एक, जोनल कमाण्डर पांच, सब जोनल कमाण्डर 13 और एरिया Commander स्तर के नौ हार्डकोर नक्सली शामिल हैं।

पुलिस की ओर से नक्सलियों से पुलिस हथियार 28, रेगुलर हथियार 17, देशी हथियार 117, कारतूस 10384, IED 248 और लेवी राशि के रूप में 17.56 लाख रुपये की बरामदगी की गयी है। उन्होंने कहा कि पुलिस के साथ हुए 26 मुठभेड़ की घटनाओं में विभिन्न नक्सली संगठन के नौ नक्सली मारे गये।

नक्सल विरोधी अभियानों के अतिरिक्त नक्सलियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास भी झारखंड सरकार एवं झारखण्ड पुलिस के जरिये किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत अबतक कुल 269 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण के पश्चात नक्सलियों को खुले जेल में रखा जा रहा है। नक्सलियों के आत्मसमर्पण (Surrender) के बाद सरकार द्वारा नक्सलियों के बीच विभिन्न सुविधाओं के रूप में देय लाभ का वितरण किया जा चुका है।

फरार नक्सल नेताओं के विरुद्ध एक लाख रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक का पुरस्कार राशि की घोषणा की गई है। वर्तमान में 83 नक्सलियों के विरुद्ध पुरस्कार की घोषणा की गयी है। इस मौके पर पुलिस मुख्यालय के सभी वरीय अधिकारी मौजूद थे।

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