Promotion of Eco tourism in Jharkhand: झारखंड सरकार राज्य के पर्यटकों (State Tourists) को बड़ी सौगात देने की तैयारी में है।
वन्यजीव अभयारण्यों में ईको टूरिज्म (Eco Tourism) को बढ़ावा देने के लिए चार प्रमुख स्थानों- पलामू टाइगर रिजर्व, दलमा, हजारीबाग, और पारसनाथ वन्यजीव अभयारण्य में Zoo Safari विकसित करने की योजना बनाई गई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर यह प्रस्ताव तैयार किया गया है। इन सफारी के निर्माण और संचालन में करीब 800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
गौरतलब है कि झारखंड का पलामू टाइगर रिजर्व राज्य का इकलौता बाघ अभयारण्य है, जबकि दलमा हाथियों के लिए प्रसिद्ध है। हजारीबाग में सांभर, नीलगाय और भालू जैसे जानवर पाए जाते हैं, वहीं पारसनाथ अभयारण्य में तेंदुआ, जंगली सूअर और जंगली बिल्ली जैसे वन्यजीव हैं। सफारी में पर्यटक इन जानवरों को प्राकृतिक परिवेश में घूमते हुए कार या बस से देख पाएंगे।
पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाएं
पर्यटकों को जंगल भ्रमण के दौरान बांस की झोपड़ियों (बंबू हाट), कैफेटेरिया और कैंटीन की सुविधाएं मिलेंगी। यह पहल पर्यावरण अनुकूल पर्यटन (ईको टूरिज्म) को बढ़ावा देगी, जिससे न केवल पर्यावरण संरक्षण होगा, बल्कि स्थानीय समुदायों को भी रोजगार और आय के अवसर मिलेंगे।
राजगीर सफारी से ली प्रेरणा
बताते चलें पर्यटन विभाग (Tourism Department) के मंत्री ने हाल ही में बिहार के राजगीर में जू सफारी का दौरा किया था। इसके बाद झारखंड में भी इस तरह की योजना पर कार्य तेज किया गया। वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में इस परियोजना के लिए राशि का प्रावधान किया जाएगा।