रांची: आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि झारखंड के सवाल, विषय और जनभावना की अनदेखी नहीं देख सकते।
सामाजिक न्याय यात्रा के जरिए पिछड़े वंचित के हक अधिकार की आवाज को बुलंद करना और सरकार को उसके वादे कराने के लिए हजारों स्मरण पत्र पर हस्ताक्षर कराना इसकी एक कड़ी है।
कोविड गाइडलाइंस का अनुपालन करते हुए छह सितंबर से ये स्मरण पत्र लेकर कार्यकर्ता रांची पहुंचेंगे और फिर मोराबादी स्थित बापू वाटिका से मुख्यमंत्री सचिवालय जाकर सौंपेंगे।
यह अभियान लगातार तीन दिनों छह से आठ सितंबर तक चलेगा। उन्होंने कहा कि स्मरण पत्र के जरिये सरकार को आगाह किया जा रहा है कि वह अपने वादे पूरे करे, वर्ना आजसू पार्टी पिछड़ों के एक बड़े आंदोलन का नेतृत्व करेगी।
शुक्रवार को पलामू, उत्तरी छोटानागपुर एवं संथाल परगना प्रमंडल के जिलाध्यक्षों एवं जिला तथा प्रखंड प्रभारियों के साथ बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष ने 30 सितंबर तक सभी जिलों में सम्मेलन करने के निर्देश दिए।
साथ ही इस पूरे साल में सांगठनिक विस्तार और मजबूती पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता समर्थक जब प्रशिक्षण के साथ गोलबंद होंगे, तो जनता के सवालों पर संघर्ष का दायरा भी बड़ा होगा। इसके साथ ही दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ।
इस शिविर में प्रशिक्षित नेता प्रखंडों के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देंगे। पूरे राज्य में एक साथ पंचायत सम्मेलन के लिए यह प्रशिक्षण महत्वपूर्ण होगा।
बैठक में मुख्य तौर पर आजसू पार्टी के प्रधान महासचिव रामचंद्र सहिस, केंद्रीय महासचिव लंबोदर महतो, केंद्रीय उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष उमाकांत रजक एवं कुशवाहा शिवपूजन मेहता, केंद्रीय महासचिव रोशनलाल चौधरी तथा संतोष महतो, केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता देवशरण भगत आदि मौजूद थे।