रांची: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की ओर से जारी मैट्रिक और इंटरमीडिएट के रिजल्ट में अनियमितता का आरोप लगाते हुए मंगलवार को ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) ने राजभवन के समक्ष एक दिवसीय भूख हड़ताल किया।
आइसा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य नौरीन अख्तर ने कहा कि भूख हड़ताल से पहले जैक बोर्ड को एक मांग पत्र सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण सरकार ने पिछले डेढ़ साल से तमाम शिक्षण संस्थानों को बंद कर रखा है।
इस वजह से छात्रों की पढ़ाई बाधित हुई और जैक बोर्ड द्वारा संचालित तमाम परीक्षाएं रद्द की गई।
कोरोना से बचाव के लिए सरकार ने घोषणा किया कि बिना परीक्षा लिए छात्रों को उत्तीर्ण किया जाएगा।
इस निर्णय को आइसा स्वागतयोग्य मानती है लेकिन 10वीं और 12वीं के कुछ छात्रों को अनुत्तीर्ण कर दिया है और एक्स रेगुलर छात्रों को रिजल्ट घोषित नहीं किया गया।
जैक बोर्ड रिजल्ट से असंतुष्ट (फेल) छात्रों को परीक्षा लेने की तैयारी कर रही है।
पढ़ाई हुई नहीं तो छात्र परीक्षा कैसे देंगे। जैक बोर्ड की दोहरी नीति से छात्रों की भविष्य अंधकार में लटका हुआ है।
अख्तर ने कहा कि आइसा छात्र संगठन मांग करती है कि तमाम अनुत्तीर्ण छात्रों को उत्तीर्ण किया जाए, परीक्षा लेने का फरमान वापस किया जाए और सभी एक्स रेगुलर छात्रों का रिजल्ट घोषित किया जाए।