रांची: पुलिस मुख्यालय ने कॉरपोरेट, रेलवे, सीसीएल सहित अन्य कार्यालयों के प्रधान से उपकरण बैंक में दान के लिए जिले के एसएसपी व एसपी को अनुरोध करने का निर्देश दिया है।
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि यदि जिला में कॉरपोरेट संगठन और अधिक कर्मियों वाले संगठन रेलवे,सीसीएल, बीसीसीएल और ईसीएल के कार्यालय हो तो उनके स्थानीय प्रधान से संपर्क कर अनुरोध करें कि वह अपने पदाधिकारियों और कर्मियों को पुराने स्मार्टफोन और लैपटॉप उपकरण बैंक में दान करने के लिए प्रोत्साहित करें।
पत्र में कहा गया है कि कोरोना महामारी ने सभी क्षेत्रों को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है, जिससे लोग परेशान हैं। शिक्षा पर भी इसका खासा असर पड़ा है।
कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है। स्कूल-कॉलेज लंबे समय से बंद हैं। सिर्फ ऑनलाइन क्लास ही चल रहे हैं।
इस दौरान राज्य के गरीब बच्चों के पास मोबाइल, लैपटॉप जैसे उपकरण सुविधा नहीं होने के चलते उनकी पढ़ाई लंबे समय से बाधित है। ऐसे गरीब बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई हो सके।
इसके लिए डीजीपी ने गरीब बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए पुराने स्मार्टफोन पुलिस को दान करने की अपील की है।
सभी जिलों के एसएसपी, एसपी को सुझाव दिया है गया था कि वे आम लोगों को जागरूक करें और उन्हें प्रेरित करें कि वे अपने पुराने स्मार्टफोन पुलिस को दान करें, ताकि उससे गरीब बच्चों तक पहुंचाया जा सके।
साथ ही एसएसपी व एसपी को कई बिंदुओं पर निर्देश दिए गए है।
परामर्शित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कौन सी कार्रवाई किया गया है, यह बताने को कहा गया है। इसके अलावा शहरी थानों में परामर्शित व्यवस्था अभिलंब सुनिश्चित करने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने में झारखंड पुलिस की भूमिका सराहनीय रही।
कोरोना की पहली लहर में एक ओर जहां पुलिसकर्मियों ने भूखों को खाना खिलाया, बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचाया और लावारिस शवों का दाह संस्कार कर मानवता की मिसाल पेश की।
दूसरी ओर जहां कोरोना के दूसरे लहर में पुलिस आर्थिक रूप से गरीब बच्चों की सुध लेगी। वैसे बच्चे जो तंगी के कारण लैपटॉप, कंप्यूटर और स्मार्टफोन नहीं होने के कारण ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।
उन बच्चों के लिए डीजीपी नीरज सिन्हा ने उपकरण बैंक खोलने का निर्णय लिया है। इसके तहत आम लोगों से पुराने स्मार्टफोन लैपटॉप और कंप्यूटर दान करने की अपील की थी।
डीजीपी ने इस पहल को लेकर सभी जिलों के एसपी के साथ बीते 28 जून को पत्राचार किया था। इसके के बाद सभी एसएसपी व एसपी ने अपने- अपने जिले में विभिन्न कोषांग का गठन किया था।