रांची: प्रदेश कांग्रेस की ओर से नौ अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की स्मृति दिवस पर सोमवार को मोरहाबादी स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में पार्टी नेताओं आजादी के वीर सपूतों को नमन किया।
मौके पर उरांव ने कहा कि कांग्रेस ही देश की एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसमें राष्ट्रीयता और निष्ठा की भावना कूट-कूट कर भरी है, जिन्होंने देश की आजादी में भाग नहीं लिया, वे आज देश में शासन चला रहे है।
ऐसे लोग कांग्रेस पार्टी को राष्ट्रीयता और देशभक्ति की बात ना सिखाये।कांग्रेस पार्टी ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी और आजादी के बाद हमेशा से देश की समृद्धि और खुशहाली के लिए काम किया है।
मौके पर कृषिमंत्री बादल पत्रलेख, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष केशव कुमार महतो, प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे आदि उपस्थित थे।
रामेश्वर उरांव ने कहा कि आज ही के दिन 1942 में गांधी के नेतृत्व में भारत छोड़ो आंदोलन और करो या मरो की शुरुआत हुई थी।
इस आंदोलन की शुरुआत से अंग्रेजी शासन को यह बात समझ में आ गयी कि अब भारत में उनका शासन करना संभव नहीं है और अंततः 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हो गया।
उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार पेगासस के माध्यम से लोगों की स्वतंत्रता तथा निजता को छिनने के प्रयास में जुटी है, जब यह बात सामने आ गयी है, तो केंद्र सरकार को देश से माफी मांगनी चाहिए।
कृषि मंत्री बादल ने कहा कि सात और आठ अगस्त 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में ‘‘भारत छोड़ो आंदोलन’’ का प्रस्ताव पारित होने के दूसरे ही दिन पूरे देश में क्रांति की लहर दौड़ गयी और एकीकृत बिहार में झारखंड पूरे आंदोलन का केंद्र बन गया।
आजादी के दिवानों ने गांधी के आह्वान पर 1942 में ही राज्य के विभिन्न सरकारी कार्यालयों में कांग्रेसी झंडा फहराने का काम किया और इस क्रांति ने ही भारत की आजादी की बुनियाद तय कर दी थी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि देश आज उन महान राष्ट्रभक्तों की कुर्बानी की बदौलत ही खुली हवा में सांस ले रहे है।