रांची: झारखंड की तीन होनहार खिलाड़ियों का चयन तोक्यो ओलंपिक के लिए हुआ है।
इनमें रांची जिले के रातू निवासी तीरंदाज दीपिका कुमारी, हॉकी खिलाड़ी खूंटी निवासी निक्की प्रधान और सिमडेगा निवासी सलीमा टेटे शामिल हैं।
निक्की प्रधान और सलीमा टेटे का चयन भारतीय महिला हॉकी टीम में हुआ है। तीरंदाज दीपिका कुमारी रांची जिले के रातू चट्टी की रहने वाली हैं।
उसके पिता शिवनारायण टेंपो चलाते थे और उसकी मां गीता देवी नर्स हैं। 30 जून, 2020 को दीपिका और तीरंदाज अतनु दास की शादी हुई थी।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2005 में उसके प्रदर्शन को देखते हुए उसके पिता शिवनारायण तीरंदाजी की कोचिंग दिलाने के लिए उसे लेकर अर्जुन तीरंदाजी अकादमी खरसावां पहुंचे थे।
पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा द्वारा संचालित अकादमी में दीपिका को दाखिला मिल गया, जहां उसने तीरंदाजी के गुर सीखे। वर्ष 2006 में दीपिका का चयन टाटा आर्चरी अकादमी जमशेदपुर में हो गया।
इसी वर्ष मैक्सिको में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप में कंपाउंड सिंगल्स में दीपिका ने गोल्ड जीता। अगले महीने तोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने वाली वह भारत की एकमात्र महिला तीरंदाज है।
दीपिका का यह तीसरा ओलंपिक है और यहां तक पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा है।
दूसरी ओर भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल निक्की प्रधान का यह दूसरा ओलंपिक है।
निक्की प्रधान झारखंड के खूंटी जिले के मुरहू प्रखंड अंतर्गत हेसल गांव की रहने वाली है।
निक्की के पिता सोमा प्रधान बिहार पुलिस में थे, जबकि उसकी माता जितनी देवी ग्रहणी हैं।
वर्ष 2011 में हुए 34 वें राष्ट्रीय खेलों में वह बेस्ट प्लेयर का पुरस्कार जीत चुकी है। निक्की 2012 में जूनियर एशिया कप की कांस्य विजेता भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी है।
इसके अलावा भारतीय महिला हॉकी टीम में चयनित सलीमा टेटे का यह पहला ओलंपिक है।
सलीमा टेटे झारखंड के सिमडेगा जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत बड़की छापर गांव की रहने वाली है। सलीमा के पिता सुलक्षण टेटे भी हॉकी के अच्छे खिलाड़ी रह चुके हैं।
पिता को देखकर ही सलीमा को हॉकी खेलने की प्रेरणा मिली। पिता के गांव की टीम की ओर से खेलते हुए सलीमा लट्ठा खम्हन हॉकी में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीत चुकी है।
झारखंड- बिहार के इतिहास में यह पहला अवसर है जब एक ही ओलंपिक में राज्य की दो हॉकी खिलाड़ी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी।
उल्लेखनीय है कि झारखंड से अब तक जयपाल सिंह मुंडा (1928), माइकल किंडो (1972), सिल्वानुस डुंगडुंग (1980), मनोहर टोपनो (1984), अजीत लाकड़ा (1992) और निक्की प्रधान (2016) ओलंपिक में भारतीय टीम की ओर से खेल चुके हैं।