रांची: आदिवासी सेंगेल अभियान, केंद्रीय सरना समिति और अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की बरियातू स्थित टूनकीटोली में सोमवार को संयुक्त रुप से बैठक आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि
सरना धर्म कोड लागू करने को लेकर 30 सितंबर को धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
बैठक में 30 सितंबर को झारखंड, बंगाल, बिहार , ओडिशा और असम के आदिवासी बहुल जिलों के मुख्यालय में धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को सरना धर्म कोड की अविलंब मान्यता का ज्ञापन पत्र उपायुक्त के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।
साथ ही सभी आदिवासी संगठनों और प्रबुद्ध जनों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
30 सितंबर के बाद संयुक्त बैठक कर चरणबद्ध आंदोलन की रूप रेखा तय की जायेगी।
बैठक के पूर्व सालखन मुर्मू को उनके प्रयासों और नेतृत्व के लिए बधाई दिया गया।
साथ ही केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा भारत के रजिस्ट्रार जनरल- जनगणना को सरना धर्म कोड की मान्यता के लिए 6 सितंबर खुशी जाहिर की गई।
बैठक में आदिवासी सेंगेल अभियान के अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू, केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्कीऔर अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा, सुमित्रा मुर्मू, संजय तिर्की, विनय टोप्पो, नीरा टोप्पो, सोनी तिर्की, ज्योति मुर्मू ,भुबनेश्वर लोहरा, प्रमोद एक्का ,निर्मला कुजूर घनश्याम टुडू ,महेंद्रा बेक ,प्रदीप खलखो सहित अन्य शामिल थे।