रांची: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश रचने का मामला एसीबी के न्यायालय में बुधवार को ट्रांसफर कर दिया गया है।
कोतवाली थाना में दर्ज हुई प्राथमिकी से जुड़े सारे दस्तावेज एसीबी के विशेष न्यायाधीश प्रकाश झा की अदालत में ट्रांसफर कर दिये गये।
एसीबी कोर्ट के समक्ष यह मामला जाने के बाद आरोपितों और इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की परेशानी बढ़ सकती है।
बीते 22 जुलाई को रांची के कोतवाली थाना में तीन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। प्राथमिकी में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ पीसी एक्ट की भी धाराएं जोड़ी गयी थीं।
फिलहाल यह मामला रांची सीजेएम की अदालत में चल रहा था, लेकिन अब इस मामले से जुड़े सारे दस्तावेज एसीबी की विशेष न्यायालय में ट्रांसफर कर दिये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले सरकार गिराने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों को रांची पुलिस रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दे चुकी है।
इसके लिए रांची सीजेएम कोर्ट में रांची पुलिस ने आवेदन दिया है। रांची पुलिस द्वारा दिये गये आवेदन में अभिषेक दुबे अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो तीनों अभियुक्तों को पूछताछ के लिए तीन दिनों की रिमांड दिये जाने की इजाजत मांगी गयी है।
रांची पुलिस के आवेदन पर सुनवाई के बाद ही अदालत रिमांड दिये जाने पर कोई निर्णय लेगी।
रिमांड मांगे जाने के पीछे उम्मीद यह जतायी जा रही है कि रांची पुलिस सरकार गिराने की साजिश रचने के अभियुक्तों से पूछताछ कर इस मामले से जुड़े अन्य तथ्यों और बिंदुओं पर गहनता से पूछताछ करेगी।
उल्लेखनीय है कि सरकार के खिलाफ साजिश रचने की जानकारी पर रांची के बड़े होटलों में स्पेशल ब्रांच की टीम द्वारा छापेमारी की गई थी, जिसके बाद गिरफ्तार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
रांची के कोतवाली थाना में अभिषेक दुबे अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर की गयी है।
आईपीसी की धारा 419,420 124ए,120 बी, 34 और पीआर एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। आरोपों के मुताबिक झारखंड की मौजूदा सरकार के खिलाफ कुछ लोग काम कर रहे थे।
इसी सूचना पर पुलिस टीम ने बड़े होटलों में छापेमारी की थी, जिसके बाद तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। मामले में कई बड़े लोगों के नाम सामने आया था।