रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने कहा है कि भाजपा के नेता पूछते हैं कि राज्य सरकार बताये कि ऑक्सीजन की कमी से प्रदेश में कितनी मौतें हुई हैं।
कोरोना से होनेवाली मौतों के आंकड़े केंद्र सरकार जारी करती है। ऐसे में केंद्र सरकार को ही ऑक्सीजन की कमी से होनेवाली मौतों की संख्या बतानी चाहिए।
झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में कहा कि केंद्र सरकार इनका ऑडिट क्यों नहीं कराती।
पहले सरकार को कोरोना से हुई मौतें की संख्या जारी करनी चाहिए, जिससे पता चले कि ऑक्सीजन की कमी से कितनी मौतें हुईं।
आइसीएमआर यदि ट्रीटमेंट का प्रोटोकॉल दे सकती है तो कोरोना से हुई मौतों का प्रोटोकॉल कौन जारी करेगा।
उन्होंने कहा कि झारखंड से एनडीए के 16 सांसद हैं, पर वे संसद में केवल ताली बजाते हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए।
वे राज्य सरकार पर सवाल उठाते हैं, पर जो गलत रिपोर्ट केंद्र सरकार ने संसद में पेश की और कहा कि देश में कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई, उस पर वे चुप रहते हैं।
इस झूठ से भाजपा का चरित्र और चेहरा बेनकाब हो चुका है। उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। बीते आठ महीने से देश के किसान आंदोलनरत हैं।
उन्हें भाजपा मवाली कहती है। उनके लिए असभ्य भाषा का प्रयोग करती है। अन्नदाताओं को मवाली कह कर भाजपा बर्दाश्त की सीमा पार कर रही है।
भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार को अब आपातकाल की घोषणा कर देनी चाहिए, क्योंकि देश मेें स्थितियां वैसी ही हैं।
इसी तरह की बर्बरता जब 70 के दशक में हुई थी, तो उसका खात्मा हुआ था और देश में नया सवेरा आया था। भाजपा के भी काले अध्याय का खात्मा होगा और देश में नया सवेरा आयेगा।