रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा में नमाज कक्ष के मामले पर विपक्षी विधायकों के हंगामे को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि ऐसी मानसिकता की वजह से राज्य के विकास को अपेक्षित गति नहीं मिल पा रही है।
सोमवार को उनके हंगामे की वजह से सदन में मुख्यमंत्री प्रश्नकाल भी नहीं हो पाया
उन्होंने सदन के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह साबित हो गया है कि विपक्ष मुद्दाविहीन है।
सोमवार को उनके हंगामे की वजह से सदन में मुख्यमंत्री प्रश्नकाल भी नहीं हो पाया।
सदस्यों के पास सीधे मुझसे सवाल पूछने और जवाब पाने का अवसर था लेकिन मुद्दाहीनता के बीच यह मौका उन्होंने गंवा दिया।
उनके मन में आस्था नहीं
सदन के बाहर भाजपा सदस्यों के भजन-कीर्तन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्पष्ट है कि उनके मन में आस्था नहीं है।
वे दिखावा कर रहे हैं। मन में राक्षस बैठा हो तो फिर ऐसे ही हालात पैदा किये जायेंगे।
उन्होंने एक सवाल के जवाब देते हुए कहा कि राज्य में रोजगार देने की प्रक्रिया को गति दी जा रही है। जल्द ही इसके परिणाम सामने दिखेंगे।