रांची : कोरोना संक्रमण की जंग जीत चुके लोगों में अब पोस्ट कोविड COVID की समस्याएं बढ़ने लगी हैं।
आलम ये है कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में पोस्ट कोविड COVID मरीजों को चिकित्सीय परामर्श के लिए अलग से ओपीडी OPD चलाया जा रहा है और यहां अबतक 903 मरीज विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर आ चुके हैं।
वहीं, भारी संख्या में ऐसे मरीज निजी अस्पतालों में भी इलाज करवा रहे हैं। किसी की सांस अटक रही है तो किसी की बेचैनी या घबराहट जाने का नाम नहीं ले रही है।
एसएनएमएमसीएच में सबसे ज्यादा 233 मरीज
राज्य में सबसे अधिक ऐसे 233 मरीज धनबाद स्थित शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज में चिकित्सीय परामर्श के लिए पहुंचे हैं।
वहीं, रामगढ़ सदर अस्पताल में 218 तथा रांची के रिम्स व सदर अस्पताल में क्रमश: 154 व 129 मरीज चिकित्सीय परामर्श के लिए आ चुके हैं।
अन्य जिलों के सदर अस्पतालों में 50 से कम मरीज पोस्ट कोविड समस्या को लेकर आए हैं। कुछ सदर अस्पतालों में अभी तक ऐसे मरीज नहीं आने की भी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी गई है।
अबतक सरकारी अस्पतालों में पोस्ट कोविड समस्याओं को लेकर पहुंचे 903 लोगों में से 60 मरीजों को भर्ती कराना पड़ा है।
इनमें 41 मरीज रिम्स तथा 14 रांची सदर अस्पताल में भर्ती हुए। जो मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं, उनमें से अधिकतर सांस की समस्या से परेशान हैं।
ये समस्याएं बढ़ीं
रांची के अनिकेत दूसरी लहर में कोरोना से संक्रमित हुए थे। लगभग 15 दिन होम आइसोलेशन में रहने के बाद वे संक्रमण मुक्त तो हुए, लेकिन बाद में उन्हें बेचैनी घबराहट की समस्या रहने लगी।
वे कई चिकित्सकों से परामर्श ले चुके हैं, लेकिन उनकी यह परेशानी अब भी बनी हुई है।
वहीं, रिम्स में इलाज के लिए पहुंचे रामगढ़ निवासी एक मरीज को रक्तचाप बढ़ने की समस्या हो गई।
चिकित्सक ने उसे बताया कि रक्त में थक्का जमने से ऐसा हो रहा है। हालांकि, इलाज के बाद मरीज कुछ राहत महसूस कर रहा है।