रांची: लातेहार में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के जबरन वसूली के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को 17 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। एनआईए की विशेष कोर्ट में यह चार्जशीट दायर की गयी है।
पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के जबरन वसूली के मामले में आर्म्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत यह चार्जशीट दायर की गयी है। जिन लोगों के ऊपर चार्जशीट दायर की गयी है। इनमें
सुजीत सिन्हा, अमन साहू, प्रदीप गंझू, संतोष गंझू, बिहारी गंझू, सकेंद्र गंझू, प्रमोद गंझू, बाबूलाल तिवारी, संतोष कुमार यादव, जसीम अंसारी, वसीम अंसारी, मजीबुल अंसारी और जहीरुद्दीन अंसारी,अजय तूरी, संतोष कुमार उर्फ बंटी यादव, प्रभात कुमार यादव उर्फ डिंपल यादव, प्रीतम कुमार उर्फ चीकू शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि एनआईए लातेहार के बालूमाथ थाना क्षेत्र स्थित तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के मामले की जांच कर रही है। एनआईए की रांची ब्रांच ने कांड संख्या आरसी 01/ 2021 दर्ज किया है।
इस मामले की जांच एनआईए NIA के डीएसपी रैंक अधिकारी कर रहे हैं। एनआईए NIA ने आईपीसी की शामिल है। एनआईए ने विभिन्न धाराओं के साथ मामले में प्राथमिकी दर्ज की है।
जांच में यह बात सामने आयी है कि अपराधी सुजीत सिन्हा और अमन साहू ने शाहरुख और प्रदीप गंझू सहित अन्य उग्रवादियों के साथ मिलकर हत्या, जबरन वसूली और आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए धन जुटाने के लिए कई साजिश रची थी।
बताया गया कि यह उग्रवादी गिरोह कोयला परिवहन क्षेत्रों में हत्या और आतंक पैदा करने के लिए एके-47 सहित कई अत्याधुनिक स्वचालित हथियार खरीद रहा है।
धनबाद और रांची के जेलों से इन नापाक हरकतों को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी।
मालूम है कि 18 दिसंबर 2020 की देर शाम लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया था।
हथियारबंद अपराधियों ने सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में चार ट्रक और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया था।
इसके अलावा अपराधियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया था। इस घटना की जिम्मेवारी अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के प्रदीप गंझू ने लिया था।