रांची: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) पर एक गवाह को जबरन बयान देने के लिए निर्ममता पूर्वक पिटाई करने का आरोप लगा है। पिटाई से गवाह काफी जख्मी हो गया है।
पीड़ित ने इसकी शिकायक करते हुए हाई कोर्ट में याचिका दायर कर मुआवजा और सुरक्षा की मांग की है।
याचिका पर गुरुवार को सुनवाई करते हुए जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने इस मामले में लातेहार के जिला विधिक प्राधिकार सदस्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है।
अदालत ने सदस्य सचिव को शुक्रवार को सिविल सर्जन से समन्वय कराकर मेडिकल करा कर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है। मामले की अगली सुनवाई चार सप्ताह बाद होगी।
मामले में पीड़ित आजाद अली ने याचिका दायर कर कहा है कि उसे एक मामले में एनआईए ने गवाह बनाया है। वह छत्तीसगढ़ में काम करता है।
एनआईए की ओर से उसे पहले दो बार नोटिस किया था। तीसरी बार नोटिस करने पर वह 12 जुलाई को एनआईए NIA कार्यालय गया। उसे 14 जुलाई को फिर बुलाया गया।
इस दिन एनआईए के अधिकारियों ने यह बयान देने को कहा कि सोनू सिंह के कहने पर उसने नक्सलियों को पैसा पहुंचाया है।
पीड़ित ने यह बयाने देने से इनकार कर दिया। उसका कहना था कि उसने ऐसा किया ही नहीं है तो वह बयान कैसे देगा।
इस पर एनआईए के अधिकारियों ने लाठी से पिटाई कर बुरी तरह घायल कर दिया। उसने अदालत से अपनी सुरक्षा और मुआवजा देने की मांग की है।
याचिका पर सुनवाई के बाद अदालत ने लातेहार डालसा के सदस्य सचिव को शुक्रवार को सिविल सर्जन के साथ समन्वय बना कर मेडिकल कराने को कहा।
मेडिकल रिपोर्ट तत्काल हाई कोर्ट को भेजने और चार सप्ताह बाद अगली सुनवाई की तिथि निर्धारित की।