JMM Expressed Objection on keeping Voting time Separate: झामुमो महासचिव Vinod Pandey ने भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त Rajeev Kumar को लेटर लिखा है।
उन्होंने झारखंड विधानसभा चुनाव में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर मतदान की टाइमिंग अलग-अलग रखने पर सख्त आपत्ति दर्ज की है।
लिखा है कि चुनाव आयोग हमेशा से सबको समान अवसर देने की प्रतिबद्धता को दोहराता है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने का भी हर संभव प्रयास करता है। लेकिन, यह निर्णय प्रतिबद्धता से विपरीत है।
झामुमो का अनुरोध है कि मतदान के समय के अंतर को समाप्त किया जाए। तभी ग्रामीण एवं शहरी मतदाताओं को समान अवसर मिल सकेगा।
75 विधानसभा क्षेत्रों का मामला
स्पष्ट रूप से लेकर में कहा गया है कि चुनाव आयोग के जारी Notification के तहत कोडरमा, बरकट्ठा, बरही, मझगांव, सिसई और भवनाथपुर को छोड़कर शेष सभी 75 विधानसभा क्षेत्रों में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में वोटिंग का समय अलग-अलग रखा गया है।
शहरी क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक तो ग्रामीण क्षेत्रों में सात बजे से चार बजे तक। ग्रामीण क्षेत्रों के वोटिंग का समय (Voting Time) कम देना सबको समान अवसर दिए जाने के सिद्धांत के प्रतिकूल है। इस स्थिति में ग्रामीण मतदाताओं को मताधिकार के समान अवसर से वंचित करना होगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में JMM की पकड़ मजबूत
पत्र में विनोद पांडेय ने लिखा है कि ग्रामीण क्षेत्र में एक बूथ औसतन सात से आठ टोलों या बस्तियों को मिलाकर बनते हैं।
ग्रामीण क्षेत्र में आवागमन के साधन भी नहीं हैं। JMM गांव एवं गरीब का प्रतिनिधित्व करता है। ग्रामीण क्षेत्रों के वोटरों पर इस कदम का प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा तथा मतदान प्रतिशत कम हो जाएगा। किसी पार्टी को नुकसान होगा।