हेमंत सोरेन सरकार की तुष्टिकरण नीति के खिलाफ रघुवर दास का धरना

Newswrap

रांची: झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटन करने के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास बुधवार को विधानसभा परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा के पास धरने पर बैठे।

उन्होंने इस फैसले को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की हिंदू विरोधी मानसिकता और तुष्टिकरण की नीति करार दिया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण के लिए हेमंत सरकार ने संविधान की मर्यादा को भी ताक पर रख दिया है।

इस सरकार को न तो संवैधानिक मूल्यों से मतलब है न परंपराओं से। नमाज के लिए अलग कमरा आवंटन कर हेमंत सरकार ने तुष्टिकरण की सारी सीमाएं पार कर दी। यह बिलकुल अनुचित कदम है।

इसके अलावा नियोजन नीति में हिंदी को बाहर एवं उर्दू को अंदर रखा गया है। यह भी वोट बैंक की राजनीति का ही नतीजा है। इसका भाजपा पुरजोर विरोध करेगी।

उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को दो दिन पहले ही पत्र लिखकर नमाज के लिए अलग कमरे का आदेश वापस लेने का आग्रह किया था।

ऐसा नहीं करने पर अनशन पर बैठने की घोषणा की थी। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा निर्णय वापस नहीं लेने के कारण वे आज विधानसभा परिसर में धरने पर बैठे हैं।

इससे पहले दास ने अरगोड़ा मैदान से मार्च शुरू किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, सांसद संजय सेठ, विद्युतवरण महतो, सुदर्शन भगत सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ विधानसभा की तरफ पैदल मार्च किया।

विधानसभा में धरना देने के बाद भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में वे जगन्नाथ मंदिर के पास पहुंचे।