रांची: सेना में नाैकरी दिलाने का झांसा देकर दर्जनाें युवकाें से ठगी करने वाला आरोपी पंकज कुमार सिंह ने दाे अन्य जालसाज का नाम भी पुलिस काे बताया है जिसके साथ मिलकर वह ठगी का गिराेह चला रहा था।
उसने बताया है कि बिहार के वैशाली जिला के शाहपुर खूर्द निवासी गाैतम कुमार और उत्तर प्रदेश के नवादा स्थित फतेहपुर निवासी पंकज कुमार के साथ मिलकर उसने गिराेह बनाया था।
तीनाें अपने-अपने स्तर पर लाेगाें से संपर्क करते थे और सेना में नाैकरी लगवाने का झांसा देकर रुपए ठगते थे।
गिरफ्तार पंकज सिंह ने आर्मी इंटेलिजेंस के समक्ष पूछताछ में यह भी बताया है कि वह अपने गिराेह के दाेनाें सदस्याें के साथ मिलकर झारखंड और बिहार के अलावे महाराष्ट्र, पंजाब, हिमाचल, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के युवाओं काे भी टारगेट करता था।
पंकज कुमार सिंह के पकड़े जाने के बाद अबतक 60 युवा आर्मी इंटेलिजेंस के संपर्क में आ चुके हैं जिनसे ठगी की गई है। आरोपी पंकज कुमार अभी भी फरार है।
4 अकाउंट में मंगवाता था पैसा, खाताधारी पकड़े जाएंगे
पुलिस जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि पंकज सिंह चार लाेगाें के अकाउंट में युवाओं से पैसा मंगवाता था।
पैसा अकाउंट में आते ही वहां से निकाल लेता था। खाताधारक को भी कमिशन के ताैर पर कुछ पैसा देता था।
पुलिस काे जानकारी मिली है कि शाैकत अली, उसके बेटे सैफ अली, गाेपी शर्मा और सुशील तिवारी नामक व्यक्ति के खाते में पैसा मंगवाता था। पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।
बंगाल में गंगा थापा, यूपी में हाेशियार सिंह हैं साथी
जेल जाने से पहले पुलिस पूछताछ में गाैतम ने बताया है कि बंगाल में गंगा थापा और यूपी में हाेशियार सिंह के हाथ में गिराेह की बागडाेर है। दाेनाें अपने-अपने राज्य में ऐसे ही ठगी को अंजाम दे रहे हैं।
गाैतम ने यह भी बताया है कि उक्त दाेनाें जालसाज के संपर्क में ये लाेग रहते थे और कोई परेशानी हाेने पर उससे सहायता लेते थे। इसके लिए ठगी केे पैसे में से उक्त जालसाज का भी हिस्सेदारी मिलती थी।
तीनों खुद काे युवाओं के समक्ष बताते थे आर्मी अधिकारी
पुलिस जांच में इस बात की जानकारी मिली है कि तीनाें जालसाज खुद काे युवाओं के समक्ष अार्मी का अधिकारी बताते थे। इसके लिए उन लाेगाें ने ड्रेस भी बनवा रखा था।
युवाओं काे झांसे में लेने के लिए कभी-कभी ड्रेस में भी मिलने पहुंचता था। एक जालसाज गिराेह के दूसरे जालसाज से मिलाने के लिए युवाओं काे लेकर पहुंचता था और उसे आर्मी का अधिकारी बताता था। ऐसे में युवक झांसे में आकर पैसा दे देते थे।