रांची: बकाया वेतन के भुगतान की मांग को लेकर गुरुवार को रिम्स में 749 कर्मियों ने जमकर हंगामा किया।
ये सभी कोरोना काल में आउटसोर्स से रिम्स में बहाल किये गये थे। उन्होंने गुरुवार को रिम्स अधीक्षक कार्यालय के बाहर जमकर हंगामा किया।
बताया जा रहा है कि इन सभी कर्मियों को वेंटिलेटर टेक्नीशियन के रूप में मई में आउटसोर्स कंपनी टी एंड एम ने बहाल किया था।
एजेंसी की ओर से वेतन नहीं मिलने से कर्मी काफी आक्रोशित हैं। कर्मियों का कहना है कि उन्हें न ही वेतन दिया जा रहा है और न ही प्रबंधन की ओर से उनके लिए भोजन की व्यवस्था की गयी है।
तीन महीने पूरे हो जाने के बाद कर्मियों को काम से हटाने का आदेश निर्गत हो चुका है।
आदेश के अनुसार इन कर्मियों से 10 अगस्त तक ही सेवा ली गयी। अब इस आदेश का ये कर्मी विरोध करने लगे हैं।
आउटसोर्स कर्मियों की मांग है कि उनकी सेवा बहाल रहने दी जाये। अगर रिम्स में जगह नहीं है, तो अन्य जिलों में उनकी पोस्टिंग की जाये।
इसको लेकर कर्मियों ने पहले भी सोमवार को रिम्स निदेशक कार्यालय के बाहर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया था।
इसके बाद प्रबंधन ने बरियातू थाना को सूचित कर पुलिस बल मंगवाया और लोगों को शांत कराया।
आउटसोर्स कर्मियों ने बताया कि उन्हें रिम्स की तरफ से एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट भी नहीं दिया गया है। अब तक तीन महीने का वेतन भी नहीं दिया गया है।
इसके अलावा उन्होंने मांग की कि अनुबंध के आधार पर उन्हें रिम्स या फिर किसी जिला अस्पताल में काम पर रखा जाये।
कोरोना काल में ड्यूटी कराकर ऐसे हटा देना उचित नहीं है। इसके अलावा उन्होंने अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की तर्ज पर प्रोत्साहन राशि देने की भी मांग की।
अब तक आउटसोर्स कर्मियों को वेतन नहीं दिया गया है। इसको लेकर जब वे शनिवार को सीएम आवास घेरने जा रहे थे, तब रिम्स प्रबंधन ने अपने स्तर से मानदेय के भुगतान की बात कही थी।
प्रबंधन ने कहा कि 20 अगस्त तक कर्मियों के खाते में पैसे भेज दिये जायेंगे। इसके लिए सभी को 10 अगस्त तक बैंक खाते का डिटेल जमा करने के लिए कहा गया था।
कर्मियों का कहना है कि वे यहां से चले जायेंगे, लेकिन उसके बाद पैसे मिलेंगे या नहीं, इसकी गारंटी कौन देगा।