रांची: साहेबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की का मौत मामले में गिरफ्तार दारोगा शिव कुमार कनौजिया की गुरूवार को आवाज रिकॉर्ड की गयी।
रांची से गयी टीम ने साहिबगंज जेल में बंद शिव कुमार कनौजिया की आवाज को रिकॉर्ड किया।
इस दौरान टीम के साथ केस के अनुसंधानकर्ता नगर इंस्पेक्टर शशि भूषण चौधरी की निगरानी में शिव कुमार कनौजिया की आवाज को काफी बारीक तरीके से रिकॉर्ड किया गया, ताकि चूक की कोई गुंजाइश ना रहे।
रिकॉर्ड की गयी आवाज को वॉयस रिकॉर्डर में रिकॉर्ड सैंपल के तौर पर एक्सपर्ट फॉरेंसिक लैब में शिव कुमार कनौजिया की आवाज और मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड आवाज की स्पेक्ट्रोग्राफी टेस्ट के तहत मिलान किया जाएगा।
बताया गया कि ऑडियो क्लिप में आवाज किसकी और कब की है, यह केस का अहम सबूत है।
दूसरी ओर ऑडियो क्लिप के साथ कोई छेड़छाड़ तो नहीं हुई है। जैसी कई अन्य बिंदुओं पर भी फॉरेंसिक लैब में इस आवाज की जांच की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि रूपा तिर्की की मौत मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते आठ जून को न्यायिक जांच के आदेश दिये थे।
सेवानिवृत्त पूर्व मुख्य न्यायाधीश वीके गुप्ता को इस जांच की जिम्मेवारी दी गयी है। गुप्ता को अपनी रिपोर्ट देने के लिए 6 महीने का समय दिया गया है।
साहेबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की आत्महत्या मामले में साहेबगंज पुलिस ने 2018 बैच के दारोगा शिव कनौजिया को बीते नौ मई को गिरफ्तार कर लिया था।
इस मामले में जिरवाबाड़ी थाना में कांड संख्या 127/21 दर्ज हुआ है और आगे का अनुसंधान जारी है।
उल्लेखनीय है कि साहेबगंज पुलिस की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रूपा तिर्की का केस हत्या का नहीं, बल्कि यह आत्महत्या का मामला है।
रूपा तिर्की के बैचमेट शिव कुमार कनौजिया द्वारा रूपा तिर्की की भावनाओं को आहत किया गया। इसकी वजह से रूपा तिर्की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
इस आत्महत्या के लिए प्रथम दृष्टया शिव कुमार कनौजिया जिम्मेवार प्रतीत होते हैं। शिव कुमार कनौजिया 2018 बैच के एसआई हैं।
वर्तमान में वे चाईबासा में पदस्थापित हैं। शिव और रूपा के बीच दोस्ती थी। मोबाइल पर दोनों के बीच अक्सर बातें होती थीं। मौत को लेकर परिजनों और लोगों के सड़कों पर मानव श्रृंखला बनाकर जांच की मांग की थी।
मामला हाईकोर्ट में ही चल रहा है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद महिला रूपा तिर्की के परिवार को बॉडीगार्ड भी मुहैया कराया गया है।