रांची: झारखंड में होली और शब-ए-बरात एक ही दिन होने के कारण राज्य में विधि-व्यवस्था पुलिस-प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
होली और शब-ए-बरात के दौरान विधि-व्यवस्था संबंधित कोई परेशानी न हो, इसके लिए राज्य में करीब पांच हजार अतिरिक्त बलों की तैनाती की जा रही है। इनमें साढ़े चार हजार जवान लाठी वाले हैं।
इसके अलावा छह कंपनी रैपिड एक्शन पुलिस को भी तैनात किया जा रहा है। संवेदनशील क्षेत्रों वाले विभिन्न जिलों में टीयर गैस के वाहनों को तैनात किया जा रहा है।
इन सबके अतिरिक्त रांची, हजारीबाग, पलामू, चाईबासा, बोकारो व दुमका रेंज में रिजर्व बल के रूप में 570 लाठी पार्टी तैनात किया जा रहा है।
पुलिस मुख्यालय में भी जैप वन की एक कंपनी को होली के दिन रिजर्व रखा जाएगा, ताकि कहीं से भी माहौल खराब होने की सूचना आने पर इन बलों को लगाया जा सके।
विधि-व्यवस्था को लेकर थाना और इससे ऊपर के सभी स्तर पर शांति समितियों की बैठकें हो रही हैं। सभी समुदाय के लोगों से आपसी सौहार्द के के साथ त्योहार मनाने का आग्रह किया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय के आदेश पर अभी से ही सभी जिलों में पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है।
संवेदनशील जिलों में होगी विशेष चौकसी
राज्य में हजारीबाग, चतरा, गिरिडीह, रांची, जमशेदपुर और देवघर आदि जिले को सांप्रदायिक सौहार्द की दृष्टि से अति संवेदनशील बताया गया है।
यहां कुछ असामाजिक तत्व सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करते रहे हैं। झारखंड पुलिस ने इस बार ऐसे असामाजिक तत्वों को पहले ही चिह्नित कर लिया है, जिन्हें यह चेतावनी भी दी गई है।
पुलिस मुख्यालय ने राज्य सरकार से तीन कंपनी सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स की मांग की है। इनमें दो कंपनी पुरुष पार्टी व एक कंपनी महिला पार्टी शामिल हैं।
पुलिस मुख्यालय के प्रस्ताव पर सरकार की लगभग सहमति मिल गई है। शीघ्र ही होली के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आरएएफ के जवानों की भी तैनाती होगी।