रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सांसद दीपक प्रकाश ने एसडीओ की जांच रिपोर्ट में लोहरदगा हिंसा मामले में स्लीपर सेल की आई खास भूमिका को लेकर झारखंड सरकार पर कड़ा प्रहार किया है।
प्रकाश ने गुरूवार को कहा कि इस रिपोर्ट ने एक बार फिर प्रमाणित कर दिया है कि देश विरोधी ताकतें झारखंड में सक्रिय हुई है।
यह भी साफ है कि कहीं ना कहीं से इन्हें जमकर राजनीतिक खाद-पानी भी मुहैया कराया जा रहा है जो दुखद है। यह बड़ा मामला है।
साथ की प्रदेश के आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था से भी जुड़ा मामला है। स्लीपर सेल के मंसूबे किस हद तक खतरनाक हैं, उनका पूरा मंसूबा क्या है।
यह बतलाने की जरूरत नहीं कि इसमें अधिकांश लोग बांग्लादेशी थे
इसके पीछे और कौन नकाबपोश चेहरे हैं, सारी चीजों का खुलासा करने की क्षमता और नीयत राज्य सरकार में दूर-दूर तक नहीं दिखती। इसलिए इस मामले की उच्चस्तरीय जांच आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि कितनी आश्चर्य की बात है कि स्लीपर सेल लोहरदगा के इलाके में पिछले दो वर्षों से सक्रिय है और बीते छह माह से रामनवमी में उपद्रव के लिए हिरही गांव में योजनाबद्ध तरीके से संदिग्ध गतिविधियां चला रहा है। लेकिन सरकार की एजेंसी कुंभकर्णी निंद्रा में सोई हुई है।
प्रकाश ने कहा कि मार्च 2020 में झारखंड सरकार के ही मंत्री आलमगीर आलम ने रांची जिला प्रशासन पर दबाव बनाकर देशव्यापी लॉकडाउन के बीच 600 लोगों को 11 बसों से रांची से बाहर कोडरमा, पाकुड़, साहिबगंज आदि स्थानों पर भेजकर खुलेआम कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने का काम किया। यह बतलाने की जरूरत नहीं कि इसमें अधिकांश लोग बांग्लादेशी थे।