नई दिल्ली: यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने देशभर की यूनिवर्सिटी (University) के पीएचडी (PHD) कोर्स में एडमिशन को लेकर बदलाव किया है।
अब किसी भी यूनिवर्सिटी की पीएचडी की कुल सीट में से 40 फीसदी सीटों में एडमिशन के लिए ही एंट्रेस टेस्ट लिया जायेगा।
इसके अलावा 60 फीसदी सीटों पर नेट क्वालिफाई करने वाले स्टूडेंट्स का एडमिशन होगा।
पीएचडी के लिए नेट-जेआरएफ के अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा में शामिल नहीं होंगे
एंट्रेंस टेस्ट से चयन का मूल्यांकन 70 अंक की लिखित परीक्षा और 30 अंक के साक्षात्कार से किया जायेगा। पीएचडी के लिए नेट-जेआरएफ के अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा में शामिल नहीं होंगे।
उनका चयन साक्षात्कार-वाइवा-वॉयस के आधार पर होगा। विवि द्वारा दोनों (एंट्रेंस टेस्ट और नेट होल्डर) के लिए मेरिट सूची अलग से प्रकाशित करेगा।
ऐसा इसलिए होगा कि किसी भी श्रेणी में खाली सीट रहने पर उसे अन्य श्रेणियों के उम्मीदवारों से भरा जा सकेगा।
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन ने यूजीसी (पीएचडी डिग्री अवार्ड के लिए न्यूनतम मानक और प्रक्रिया) विनियम, 2022 (संशोधित) को मंजूरी दे दी है।
पीएचडी पूरा करने के लिए अब न्यूनतम दो वर्ष (छह माह का कोर्स वर्क छोड़ कर) तथा अधिकतम छह वर्ष निर्धारित करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए 31 मार्च तक शिक्षकों और विद्याथियों से सुझाव मांगा गया है।
जामिया में पीएचडी प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन 1 अप्रैल से
जामिया मिलिया इस्लामिया में एकेडमिक सेशन 2021-2022 में पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन 1 अप्रैल 2022 से शुरू होने वाला है। पीएचडी में एनरोलमेंट के लिए रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक चलेगा।
जामिया मिलिया इस्लामिया ने पीएचडी में एडमिशन को लेकर एक नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि पीएचडी में एडमिशन के लिए डिटेल शेड्यूल जल्द ही जारी किया जाएगा।
जामिया मिलिया ने अपने नोटिस में कहा है कि पीएचडी में एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन विवि की परीक्षा वेबसाइट https://jmicoe.in/ पर जाकर करना है। जामिया मिलिया इस्लामिया में पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगा।