रांची: झारखंड विधानसभा में शिक्षा विभाग का 13686 करोड़ का अनुदान मांग पारित हो गया। भाजपा विधायक अनंत ओझा की ओर से लाया गया कटौती प्रस्ताव नामंजूर हो गया।
विभाग के बजट पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि शिक्षा पर कोरोना का दुष्प्रभाव पड़ा है।
उन्होंने कहा कि जब वे शिक्षा मंत्री बने थे तो भाजपा के कई विधायकों ने कहा था आठवीं पास शिक्षा मंत्री क्या करेगा लेकिन मैंने कर दिखाया कि आठवीं पास शिक्षा मंत्री क्या कर सकता है। जगरनाथ ने भाजपा से शिक्षा को बेहतर करने के लिए प्रस्ताव भी मांगा।
जगरनाथ महतो ने भाषण के दौरान विपक्ष के विधायकों को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार के समय विलय के नाम पर स्कूलों को बंद कर दिया गया।
साथ ही कहा कि अंग्रेजी पढ़ने के लिए 125 उत्क्रमित प्लस टू बनाने का काम किया जायेगा ताकि वहां के लोग अंग्रेजी पढ़ सकें। प्रत्येक जिले, पंचायत में अंग्रेजी स्कूल खोलने का काम करेंगे। विधायक, अधिकारी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ायेंगे।
इसके पूर्व राज्य की पूर्व शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने कहा कि सरकार कहती है कि छह लाख बच्चे स्कूल से बाहर हो गये हैं। कोरोना के कारण स्कूल बंद हुए थे, न कि बच्चे स्कूल से बाहर हो गये थे।
गलत डाटा के जरिये जनता को गुमराह किया जा रहा है। बजट में योजनाओं के लुभावने नाम रखा गया है लेकिन शिक्षकों के लिए कोई नीति नहीं बनाई गई।
विभाग ने यह फरमान जारी किया है कि शिक्षा विभाग की संचालित योजनाओं की राशि सिर्फ एचडीएफसी बैंक में ही रखा जाए, लेकिन कितने गांवों में एचडीएफसी बैंक है सरकार बताए।