रांची: पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मनिहारी-साहिबगंज में हुए मालवाहक जहाज हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है। वह रविवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
मरांडी ने कहा कि घटना के अगले ही दिन 25 मार्च को सदन में सरकार से इस घटना की जांच करने को कहा। इस पर सरकार ने साहिबगंज के अपर समाहर्ता, एसडीओ, माइनिंग अफसर और एक अन्य अधिकारी को इसकी जांच करने को कहा।
सिंडिकेट को सरकारी संरक्षण प्राप्त है
हकीकत यह है कि जिले के डीसी ने घटना पर झूठ कहा था कि दिन में 11 बजे जहाज इस पार से अगली ओर जा रहा था।
वास्तव में रात में 10.50 में यह जहाज खुला था, जो नियम विरुद्ध था। सूर्योदय से सुर्यास्त तक ही मालवाहक जहाज के फेरी लगाने का समय तय है।
ऐसी स्थिति में जब डीसी ही गलत जानकारी दे रहे हों तो स्थानीय प्रशासन भला वास्तविक जांच कैसे करेगा। सरकार मामले की सीबीआई जांच कराये।
जिले के डीसी और एसपी को सस्पेंड करें और उन्हें सजा मिले। ये दोनों भी पूरी घटना में शामिल हैं। इसके लिये जहां तक संघर्ष करना होगा, वे करेंगे।
बाबूलाल ने आरोप लगाते कहा कि साहिबगंज की घटना मानवीय भूल नहीं, माफिया सिंडिकेट की करतूतों की वजह से हुई है। इस सिंडिकेट को सरकारी संरक्षण प्राप्त है।
उन्होंने कहा कि जलयान परिचालन का लाइसेंस साहिबगंज नाविक सहयोग समिति को मिला है। इसे रद्द किया जाना चाहिये। साथ ही काली सूची में भी सरकार इसे डालते हुए उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो।