रांची: भारत की सबसे बड़ी एकीकृत विद्युत उत्पादन कंपनी एनटीपीसी ने वित्तीय वर्ष 2022 में शानदार प्रदर्शन किया है और पिछले साल की तुलना में 146 फीसदी वृद्धि दर्ज करते हुए अपने ग्रुप का अब तक का अधिकतम 360 बीयू दर्ज किया है।
इस अवधि के दौरान एनटीपीसी ग्रुप ने एक ही दिन में अधिकतम 1215.68 एमयू (ग्रुप) और 1013.45 एमयू (एनटीपीसी) का अधिकतम उत्पादन दर्ज किया।
कोयला आधारित प्लांट्स ने 88.8 फीसदी के उपलब्धता कारक के साथ 70.7 फीसदी का पीएलएफ का दर्ज किया।
स्टैण्डअलोन आधार पर, एनटीपीसी ने वित्तीय वर्ष में 299 बीयू का उत्पादन किया। इस दृष्टि से कंपनी ने पिछले साल की तुलना में 10.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है।
वित्तीय वर्ष 2022 में एनटीपीसी ग्रुप की कुल इन्सटॉल्ड क्षमता 4.7 फीसदी बढ़कर 3130 मेगावॉट अतिरिक्त क्षमता के साथ 68940 मेगावॉट तक पहुंच गई है।
2032 तक 60 गीगावॉट नव्यकरणीय ऊर्जा क्षमता इन्सटॉल करने के नए लक्ष्य हासिल करना है
स्टैण्डअलोन आधार पर एनटीपीसी की क्षमता 4.1 फीसदी बढ़कर 54575 मेगावॉट तक पहुंच गई है।
छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी कोरबा और उत्तर प्रदेश में एनटीपीसी सिंगरौली, जिन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की है।
कोरबा युनिट-तीन और सिंगरौली युनिट-चार, दोनों की शुरूआत 38 साल पहले हुई ने क्रमशः 101 फीसदी और 99 फीसदी सालाना पीएलएफ (प्लांट लोड फैक्टर) दर्ज किया है।
यह उत्कृष्ट प्रदर्शन न सिर्फ एनटीपीसी के इंजीनियरों की प्रतिभा और विशेषज्ञता को दर्शाता है बल्कि इसके संचालन एवं रखरखाव तथा तकनीकी प्रणालियों में आधुनिक प्रथाओं की भी पुष्टि करता है।
कंपनी अपने नव्यकरणीय पोर्टफोलियो को लगातार बढ़ा रही है और इसे गुजरात में कच्छ के रण में सबसे बड़े 4750 मेगावॉट नव्यकरणीय ऊर्जा पार्क की स्थापना के लिए नवीन एवं नव्यकरणीय ऊर्जा मंत्रालय से अनुमोदन मिल गया है।
उम्मीद है कि एनटीपीसी राजस्थान में 10,000 मेगावॉट क्षमता की स्थापना करेगी, जिसके लिए आश्य पत्र जारी कर दिया गया है।
एनटीपीसी ने 2032 तक 60 गीगावॉट नव्यकरणीय ऊर्जा क्षमता इन्सटॉल करने के नए लक्ष्य हासिल करना है।
एनटीपीसी ऊर्जा कॉम्पैक्ट लक्ष्यों की घोषणा करने वाले दुनिया के कुछ ही संगठनों में से एक है
इस साल एनटीपीसी ने हरित हाइड्रोजन, अपशिष्ट से ऊर्जा एवं ई-मोबिलिटी जैसे नए कारोबार क्षेत्रों में भी अपना विस्तार किया।
भारत के सबसे बड़े विद्युत उत्पादक ने 2032 तक शुद्ध ऊर्जा घनत्व में दस फीसदी कमी लाने का लक्ष्य भी रखा है।
एनटीपीसी ने ऊर्जा पर संयुक्त राष्ट्र की उच्च स्तरीय वार्ता के तहत अपने ऊर्जा कॉम्पैक्ट लक्ष्यों की घोषणा भी की है।
एनटीपीसी ऊर्जा कॉम्पैक्ट लक्ष्यों की घोषणा करने वाले दुनिया के कुछ ही संगठनों में से एक है। विद्युत उत्पादन के अलावा एनटीपीसी ने स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा स्रोतों जैसे हाइड्रो एवं सौर ऊर्जा के उत्पादन में भी विविधीकरण किया है और हरित हाइडोजन समाधान ला रही है।
विद्युत जगत की इस दिग्गज ने ईंधन सैल, ई-परिवहन एवं अपशिष्ट से ऊर्जा सहित कई विविध कारोबार क्षेत्रों में भी प्रवेश किया है।