रांची: रांची रेलवे डिवीजन ने बुधवार को वित्तीय वर्ष 2020-21 का लेखा-जोखा रखा । रांची रेल मंडल से वित्त वर्ष 2021-22 में लगभग 1 करोड़ 19 लाख यात्रियों ने यात्रा की।
यह पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में 28.94 लाख था। इस तरह से पिछले वर्ष की तुलना में 252 प्रतिशत अधिक यात्रियों ने यात्रा की। कोरोना संकट के बावजूद मंडल को 235.11 करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई है। ये बाते
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीआरएम प्रदीप गुप्ता ने बुधवार को पत्रकारों से कहीं। उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में यह 81.24 करोड़ रुपये था।
इस तरह से मंडल को पिछले वर्ष की तुलना में 189.40 प्रतिशत अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। मंडल ने 2021-22 में कुल 3.54 मिलियन टन का लदान किया।
यह पिछले वित्त वर्ष 2020-21 में 3.07 मिलियन टन था। इस प्रकार पिछले वर्ष की तुलना में 13.27 प्रतिशत अधिक लदान किया गया।
उन्होंने बताया कि इससे मंडल को 244.4 करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई ।जो पिछले वित्त वर्ष में 215.16 करोड़ रुपये था। ऐसे में मंडल को लदान से पिछले वर्ष की तुलना में 13.58 प्रतिशत अधिक राजस्व प्राप्त हुआ।
रांची मंडल से अलग-अलग जगहों के लिए ट्रेन सेवा शुरू कराये जाने का प्रस्ताव भी आगे भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण से पहले रांची रेल मंडल से 66 जोड़ी (मेल/एक्सप्रेस – 48 जोड़ी तथा पैसेंजर – 18 जोड़ी) ट्रेनों का परिचालन होता था।
वर्तमान में मण्डल द्वारा 43 जोड़ी मेल-एक्सप्रेस, 12 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें तथा 4 जोड़ी नई ट्रेनों (कुल 59 जोड़ी ट्रेन) का परिचालन हो रहा है। वर्ष 2020-21 में रांची मंडल से कुछ नयी ट्रेन सेवाओं को शुरू किया गया।