रांची: RIMS में डेंटल कॉलेज (Dental College) में सामग्री खरीद घोटाले मामले में पूर्व निदेशक में Dr. BL Sherwal और Dr. Satyendra Kumar Choudhary के साथ मैक्सिलोफेसियल सर्जरी डेंटल कॉलेज के प्राध्यापक सह विभाग अध्यक्ष डॉ. वीके प्रजापति को Show Cause किया गया है।
RIMS के अपर निदेशक (प्रशासन) चंदन ने 15 जुलाई को नोटिस करते हुए सात दिनों के अंदर जवाब मांगा था। कहा था कि तय समय पर स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिया तो माना जाएगा कि इस संबंध में आपको कुछ नहीं कहना है, जिसके बाद खिलाफ Legal Action शुरू की जाएगी।
हालांकि, एक सप्ताह गुजर जाने के बावजूद किसी ने भी जवाब नहीं दिया। ऐसे में अब Additional Director ने शनिवार को सार्वजनिक सूचना जारी कर कहा है कि अगर सूचना प्रकाशित होने की तिथि से सात दिनों के अंदर जिनका स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होता है तो उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
Dr. Pankaj के द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण की जांच की जाएगी
उल्लेखनीय है कि RIMS के Dental College की सामग्री खरीद में करीब 30 करोड़ के घोटाले महालेखाकार के Audit में पकड़ने आया था।
इसको लेकर दो पूर्व निदेशक सहित कुल चार लोगों को स्पष्टीकरण दिया गया था। चार लोगों में Dental College के पूर्व प्राचार्य डॉक्टर पंकज गोयल भी शामिल थे।
उन्होंने पूर्व में पूछे गए स्पष्टीकरण में कहा है कि उनकी नियुक्ति 9.11.2016 को हुई थी और इससे पहले ही सामग्री की खरीद कर ली गई थी। Dr. Pankaj के द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण की जांच की जाएगी।
इस मामले में RIMS की ओर से गठित कमेटी ने निर्णय लिया है कि इन चार पदाधिकारियों के अलावा अन्य किसी की भी सहभागिता डेंटल कॉलेज के लिए सामग्री खरीद में होती है तो उसे चिन्हित करके समिति की अगली बैठक में रखा जाएगा।