रांची: भाजपा के प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय महामंत्री सह सांसद दिलीप सैकिया ने कहा कि भाजपा परिवार नहीं, विचार आधारित पार्टी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संकल्पों की सिद्धि हो रही है।
सैकिया बुधवार को प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दीपक प्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बोल रहे थे।
दीपक प्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, ज़िला अध्यक्ष, ज़िला प्रभारी आदि शामिल हुए।
बैठक में प्रदेश में छह अप्रैल से 20 अप्रैल तक चल रहे सामाजिक न्याय पखवाड़ा, राज्य के 19 आकांक्षी ज़िलों में होने वाले केंद्रीय मंत्री के प्रवास, सांगठनिक संरचना को मजबूत करने सहित 21 से 30 अप्रैल तक राज्य की जनविरोधी सरकार के खिलाफ जोरदार आन्दोल करने पर चर्चा की गई।
दिलीप सैकिया ने कहा कि पार्टी का मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है।
नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में आज पार्टी की सरकार अपने अंत्योदय और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचा रही है।
भाजपा कार्यकर्ता हर प्रकार की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं। पार्टी का नेतृत्व भी कार्यकर्ता भाव से ही कार्य करता है।
यह पार्टी कार्यकर्ता आधारित पार्टी है। भाजपा कार्यकर्ता चुनौती को भी चुनौती देता है। दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा के लंबे संघर्ष और दबाव का परिणाम है कि राज्य सरकार ने पंचायत चुनाव की घोषणा की है।
पर्व त्योहार भी ठीक से नहीं मना पा रहा
भाजपा सर्व स्पर्शी और सर्व व्यापी समाज की पक्षधर है जिसमे किसी वर्ग समाज के अधिकार का हनन नहीं हो। अच्छा होता यह चुनाव उच्चतम न्यायालय के गाइडलाइन के अनुरूप होता लेकिन यह सरकार ऐसी सोच नहीं रखती है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार राज्य विरोधी और विकास विरोधी सोच की सरकार है। उन्होंने आह्वान किया कि 21 अप्रैल से 30 अप्रैल तक राज्य की जनता के बुनियादी सवाल सड़क, बिजली, पानी की समस्याओं को लेकर भाजपा कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर जनविरोधी सरकार का विरोध करें।
उन्होंने कहा कि यह देश की पहली सरकार है, जिसके मुख्यमंत्री अपने विभाग में अपनी कलम से अपने नाम पर माइंस लीज स्वीकृत कराता है।
मुख्यमंत्री को राज्य की नहीं अपने विकास की चिंता है। नेता विधायक दल बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह भ्रष्ट और निकम्मी विकास विरोधी राज्य सरकार जितने दिनों तक चलेगी, इस राज्य का उतना ही नुकसान होता जाएगा। यह सरकार लूट और भ्रष्टाचार की हद को पार कर दिया है।
पूरे विधि व्यवस्था चौपट हो चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि हेमंत सरकार तुष्टिकरण में आकंठ डूब चुकी है। एक आदिवासी मुख्यमंत्री के रहते आदिवासी समाज अपना पर्व त्योहार भी ठीक से नहीं मना पा रहा।