रांची: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यसमिति के सदस्य और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय संपत्ति बेचो योजना लेकर आई है।
वो कहते थे कि 70 वर्षों में कुछ नहीं हुआ लेकिन कांग्रेस का दावा रहता था कि 70 वर्षों में देश आगे बढ़ा है। देश की जनता इसकी गवाह है।
हुड्डा मंगलवार को रांची प्रदेश कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि छह लाख करोड़ ऐसेट मोनेटाइजेशन कह सकते हैं या फिर इसे गिरवी रखना या बेचना कह सकते हैं, उसके इर्द-गिर्द ही इसकी परिभाषा रहेगी। उन्होंने आंकड़े प्रस्तुत कर बताया कि इस नीति के तहत क्या-क्या बेचा जाएगा।
इसमें 26700 किलोमीटर नेशनल हाईवे, 400 रेलवे स्टेशन, 150 रेलवे ट्रैक, 42300 किलोमीटर ट्रांसमिशन नेटवर्क पावर ट्रांसमिशन, 6000 मेगावाट हाइड्रो सोलर विंड एनटीपीसी एनएचपीसी, नेचुरल गैस पाइपलाइन 25 हजार करोड़, 8000 किलोमीटर की गेल की पाइप लाइन इनमें शामिल है।
इसके अलावा 4000 किलोमीटर आईओसी एचपी सीएलपी पाइपलाइन, टेलीकॉम सेक्टर में 35 हजार करोड़, फूड स्टोरेज के वेयरहाउस में 39000 करोड़, माइनिंग में 160 कोल माइनिंग ब्लॉक और 761 मिनरल्स ब्लॉक, 25 एयरपोर्ट, 31 सी-पोर्ट और 11 हजार करोड़ का नेशनल स्टेडियम शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में ऐसी स्थिति आ गई है, इससे पता चलता है कि अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
70 साल के बेरोजगारी का रिकॉर्ड भी इस साल टूट गया है और महंगाई भी चरम पर है।
वर्ष 2014 में पेट्रोल-डीजल, घरेलू गैस पर केंद्र सरकार तीन रुपये का टैक्स लेती थी, वह 32 रुपया पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि यूपीए के 10 साल के कार्यकाल में विकास दर औसतन 11 प्रतिशत रही, जबकि केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद कोरोना से पहले छह साल में यह घटकर 6.8 प्रतिशत पर आ गई।
हुड्डा ने कहा कि कोरोना काल में विकास दर का प्रतिशत सबसे ज्यादा लुढ़का है और दुनिया में गरीब अमीर में अंतर हुआ है।
कोरोना काल में सात प्रतिशत विकास दर में गिरावट आई, पर देश के 100 सबसे ज्यादा अमीर लोगों की संपत्ति में 35 प्रतिशत का इजाफा हुआ।
देश गरीब हो रहा था लेकिन देश के गरीब और अमीर का अंतर सबसे आगे निकल गया।
देशवासियों को ऐसे में राहत की आशा थी, पर दुनिया में जिस तरह से अन्य देशों में राहत दी गई वो राहत भारत में नहीं मिली।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक बंधु तिर्की सहित अन्य लोग मौजूद थे।