रांची: माओवादियों (Maoists) के सरेंडर (Surrender) और उनके द्वारा की गई वारदातों में अब नए खुलासे होने लगे हैं।
इसी कड़ी में अब पता चला है कि सेंट्रल कमेटी के सदस्य अनल दा ने सरेंडर करने से पहले ही सबजोनल गुलशन के भाई सुरेश ने सरेंडर (Surrender) कर दिया था।
हालांकि कमांडर गुलशन सिंह मुंडा उर्फ गादी मुंडा की हत्या कर दी गई थी। उस पर 5 लाख रुपए का इनाम था।
पुलिस मुख्यालय और स्पेशल ब्रांच (Police Headquarters and Special Branch) के अधिकारियों से मिली इन सभी जानकारियों में पता चला है कि हत्या के आरोपी शीर्ष नक्सली अनल दा पर 1 करोड़ का इनाम है।
हालांकि माओवादियों पर इनाम का सिलसिला नया नहीं है। इनकी वारदातों का पुलिस की ओर से और भी कई खुलासे किए गए हैं।
पुलिस का यह भी कहना है कि हालांकि अनल का शव बरामद नहीं होने से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है। इसलिए अभी पुलिस ने गुलशन ने को फरार नक्सलियों की सूची में ही रखा है।
नक्सली भी नहीं कर रहे हत्या का दावा
इधर, नक्सलियों (Naxalites) ने भी अब तक गुलशन की हत्या का दावा नहीं किया है। पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, उन्हें है।
इसकी सूचना मिली है कि हत्या के मुंडा है और वह बुंडू के बारूहातू का बाद गुलशन के शव को दफन भी कर दिया गया है, लेकिन कहां पर इसके बारे में कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है।
सुरेश जोनल कमांडर था
नक्सली गुलशन का भाई सुरेश मुडा भी जोनल कमांडर के पद पर था. उस पर सरकार की ओर से 10 लाख रुपये का इनाम जारी किया गया था।
लेकिन उसने अपनी बेटी की बात मानकर एक मार्च को रांची पुलिस के समक्ष सरेंडर (Surrender) कर दिया था। उसके साथ एरिया कमांडर लोदरो लोहरा उर्फ सुभाष ने भी सरेंडर किया था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, सुरेश ने सरेंडर करने के बाद अपने भाई को मुख्यधारा में लौटने के लिए कहा था, जिससे प्रभावित होकर गुलशन भी सरेंडर करने की तैयारी कर रहा था।
लेकिन इसी बीच उसके सरेंडर करने की योजना की जानकारी शीर्ष नक्सलियों को मिल गयी। बहरहाल Naxalites द्वारा वारदातों का अंजाम देना और कई गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर तकरारें होती रही हैं।
इसमें कई Naxalites की हत्या भी हुई तो कईयों को पुलिस ने ढेर किया है। इसे देखते हुए Naxalites का परिवार भी अब इन वारदातों से घबराने लगा है। ऐसे में वे अब सरेंडर करने के लिए कहने लगे हैं।