रांची: झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष को तेज करेंगे।
वे मंगलवार को पार्टी कार्यालय में प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों, सभी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्षों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में राज्य सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरकर जोरदार आंदोलन, प्रदर्शन करने के कार्यक्रम पर चर्चा हुई।
दीपक प्रकाश ने कहा कि अब भाजपा यहां के खनिज संपदा को लूटते, विधि व्यवस्था को चरमराते, महिलाओं के साथ बढ़ते दुष्कर्म को चुपचाप नहीं देख सकती।
भले ही हम आज विपक्ष में हैं लेकिन राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता को केवल भाजपा पर भरोसा है।
जनता को विश्वास है कि भाजपा ही राज्य का विकास कर सकती है। झूठे वायदों का बुलबुला फट चुका है। राज्य सरकार ने प्रदेश को अराजकता में धकेल दिया है।
प्रदेश में जंगल राज की स्थिति है। विकास के सारे कार्य ठप हैं। सरकार के खिलाफ बोलने वालों पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे।
उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ आन्दोलन में लाखों कार्यकर्ता 21 अगस्त को सभी प्रखंडों में सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर हैं।
साथ ही पारा शिक्षकों, अनुबंध पुलिसकर्मियों, सहायकों, पंचायत सचिवों, बेरोजगार नौजवानों, आंगनबाड़ी सेविकाओं से आह्वान किया कि वे अपनी मांगों के लिये सरकार के खिलाफ आन्दोलन में शामिल हों।
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य की जनता इस सरकार को सबक सिखाने के मूड में है।
जनता सरकार के निरंकुश और तानाशाही रवैये से ऊब चुकी है। इस प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नही है।
राज्य की पुलिस जनता की सुरक्षा नहीं, लोगों पर डंडे बरसा रही। छोटी छोटी बच्चियों पर पुलिस डंडे बरसा रही। भाजपा को राज्य की चिंता है।
उन्होंने कहा कि 21 अगस्त का आन्दोलन राज्य के जनविरोधी सरकार के खिलाफ शंखनाद है।
उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार पुलिस प्रशासन का दुरुपयोग करने से बचे।
प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश के कार्यकर्ताओं पर दोहरी जिम्मेदारी है।
हमें पार्टी के सांगठनिक विस्तार के कार्य को भी मजबूती देनी है। संगठन को और धारदार बनाना है। सभी स्तर पर संगठन को सर्व स्पर्शी, सर्व समावेशी बनाना है।
साथ ही राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों, कार्यक्रमों के खिलाफ मुखर होकर प्रदेश की जनता की आवाज भी बननी है।