रांची: जहां हर दिन जीविका को लेकर चुनौतियों से जूझना पड़ता है वहां सीमित संसाधनों के बीच यहां के बेटे-बेटियां आज खेल की दुनिया में अपने शानदार प्रदर्शन से राज्य और देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा रहीं सलीमा टेटे व निक्की प्रधान के सम्मान में बुधवार को आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की इन दो बेटियों ने टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया।
भारतीय महिला हॉकी टीम भले ही मेडल जीतने से चूक गई हो, लेकिन इन्होंने दुनिया के बेहतरीन हॉकी खेलने वाले देशों के खिलाफ जिस तरह का प्रदर्शन किया, वह किसी मेडल से कम नहीं है।
झारखंड समेत पूरे देशवासियों को इन पर गर्व है। मुख्यमंत्री ने इन बेटियों को बेहतरीन खेल के लिए शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य के खिलाड़ी कठिन परिश्रम और लगन के साथ अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ रहे हैं। मुझे लगता है कि ये दो बेटियां जिस तरह हॉकी में अपना परचम लहरा रही हैं, उसके सामने सड़कों पर चमचमाती गाड़ियों में घूमने वालों की चमक काफी फीकी है।
खिलाड़ी राज्य और देश के सम्मान के लिए अपना सब कुछ झोंक देते हैं। ऐसे खिलाड़ियों पर हमें नाज है।
खिलाड़ियों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने समारोह में निक्की प्रधान और सलीमा टेटे को 50-50 लाख रुपये का चेक, एक-एक स्कूटी, लैपटॉप और स्मार्ट फोन प्रदान कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि इन दोनों को उनकी इच्छा के मुताबिक वाले शहर में लगभग तीन हजार स्क्वायर फुट का मकान सौगात के रूप में सरकार देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों बेटियों ने सीमित संसाधनों के बीच अपना मुकाम बनाया है, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। हमें अपनी इन बेटियों पर गर्व है।
उन्होंने कहा कि हम खेल और खिलाड़ियों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता के साथ पेश आएं, इसका पूरा ध्यान रखना होगा, ताकि ये भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन कर सकें और प्रतिभावान खिलाड़ियों को इनसे प्रेरणा मिल सके।
खेल और खिलाड़ियों के हित में उठाए जा रहे कई कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य अब खेलों में भी अपनी अलग पहचान बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
इस दिशा में खेल और खिलाड़ियों के हित में सरकार चरणबद्ध तरीके से कदम उठा रही है। अभी तो शुरुआत है, आने वाले दिनों में और तेजी आएगी।
राज्य गठन के बाद पहली बार खेल पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति हो रही है।
अबतक 40 खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जा चुका है। खिलाड़ियों को पुरस्कृत और सम्मानित किया जा रहा है। हर पंचायत में खेल मैदान विकसित किए जा रहे हैं।
एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। इसका मकसद यही है कि यहां के बेटे-बेटियों के हुनर को निखारने के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध हों।
उन्हें अपना हुनर दिखाने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि वे अपने शानदार प्रदर्शन से राज्य और देश का नाम रोशन कर सकें।
खिलाड़ियों को व्यवस्था से जोड़ने की पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के खिलाड़ियों को व्यवस्था से जोड़ने की कोशिश शुरू कर दी गई है।
निक्की प्रधान और सलीमा टेटे समेत अन्य खिलाड़ियों को सम्मानित करने का मकसद इन्हें व्यवस्था में रखने के लिए किया जा रहा है।
ये खिलाड़ी ना सिर्फ अपने प्रदर्शन से देश का मान-सम्मान बढ़ाएं, बल्कि भविष्य में वे बेहतर कोच और प्रतिभावान खिलाड़ियों के मार्गदर्शक का रोल निभा सकें। इनका सहयोग लेने की ओर ये कदम उठाया जा रहा है।
खिलाड़ियों को मिलेंगी कई और सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न खेलों के लिए रेसिडेंसियल सेंटर और डे बोर्डिंग खोलने की कवायद चल रही है।
डे बोर्डिंग में प्रशिक्षण के लिए चयनित खिलाड़ियों को सरकार की ओर से प्रति दिन पांच सौ रुपये दिए जाएंगे। दोनों ही तरह के सेंटरों में खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए उत्कृष्ट कोच रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं के दौरान किन्हीं वजहों से चोटिल होने वाले खिलाड़ियों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी। इस दिशा में खेल विभाग प्रावधान बना रही है।
मौके पर मुख्यमंत्री ने हॉकी स्टिक पर इन दोनों खिलाड़ियों के लिए शुभकामना संदेश लिखा तो निक्की प्रधान और सलीमा टेटे ने ऑटोग्राफ दिए।
समारोह में खेल मंत्री हफीजुल हसन अंसारी, मंत्री जोबा मांझी, विधायक भूषण बाड़ा, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, खेल सचिव अमिताभ कौशल, खेल निदेशक जीशान कमर और निक्की प्रधान तथा सलीमा टेटे के परिजन उपस्थित थे।