The girl died in father’s lap: साहिबगंज सदर अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही और इलाज के अभाव में 6 साल की मासूम बच्ची ने अपने पिता की गोद में ही दम तोड़ दिया। मिली जानकारी के अनुसार बच्ची मलेरिया से पीड़ित थी।
पिता अस्पताल में अपनी बच्ची के इलाज के लिए डॉक्टरों की तलाश में करीब एक घंटे तक अस्पताल के इमरजेंसी से लेकर ओपीडी तक भटकते रहे।
उन्होंने अपनी बेटी की मौत का जिम्मेवार डॉक्टरों को ठहराया है। उसने कहा कि अगर समय पर मेरी बेटी का इलाज शुरू हो जाता, तो उसकी जान बच जाती।
बच्ची को गोद में लेकर डॉक्टर ढूंढ रहा था पिता
बताया जा रहा है कि मंडरों के सिमरिया गांव निवासी मथियस मालतो की 6 साल की बेटी गोमदी पहाड़िन मलेरिया से पीड़ित थी। सोमवार को पिता उसे लेकर इलाज के लिए साहिबगंज सदर अस्पताल पहुंचे।
जहां अस्पताल में डॉक्टरों को ढूंढने के लिए बेटी को गोद में लेकर पिता कभी इमरजेंसी, तो कभी ओपीडी में डॉक्टरों को खोजते रहे लेकिन डॉक्टर कहीं नजर नहीं आये।
बाद में पता चला कि डॉक्टर पोस्टमॉर्टम हाउस में पोस्टमॉर्टम कर रहे हैं। इसी बीच इलाज के अभाव में मासूम बच्ची ने पिता की गोद में ही दम तोड़ दिया।