साहिबगंज: दिल्ली से पहुंची सीबीआई की छह सदस्यीय फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम गुरुवार को यहां पहुंच कर दिवंगत महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की के घटना के बाद से सील सरकारी क्वार्टर की जांच की।
मौके पर सीबीआइ (पटना)के एसपी आरके सिन्हा भी मौजूद थे। फॉरेंसिक टीम ने रूपा के क्वार्टर की बारिकी से करीब तीन घंटे तक जांच की।
क्वार्टर में कुल दो कमरे है। इसी क्वार्टर में रूपा बैच मेट मनीषा कुमारी के साथ रहती थी।
बीते तीन मई की देर शाम को उनका शव कमरे से फंदे से लटका संदिग्ध अवस्था में मिला था।
उधर, फॉरेंसिक टीम ने क्वार्टर में दाखिल होने से पहले दोनों दरवाजे की फोटोग्राफी कर अक्षांश-देशांतर नोट किया।
फिर कमरे की लम्बाई-चौड़ा व ऊंचाई को मापा। फॉरेंसिक टीम ने रूपा का शव जिस कमरे में पंखे के एंगल के सहारे रस्सी से लटका था, उस कमरे में पलंग से छत की दूरी मापी।
उसके बाद टीम ने रूपा के कमरे की दीवार, पलंग, समेत अन्य सामनों से फिंगर प्रिंट आदि इकट्ठा किया।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआइ ने कमरे से रूपा से जुड़ी कुछ चीजों को भी जब्त किया है।
उन सामानों को अलग-अगल पैकेट में सील कर सीबीआइ की दिल्ली स्थित फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा।
फॉरेंसिक जांच के क्रम में सीबीआइ टीम ने घटना के बाद सूचना पाकर सबसे पहले मौके पर पहुंचने वाले तीसरे व्यक्ति कांस्टेबल राकेश से रूपा के क्वार्टर का अंदर से बंद दरवाजे को उस दिन कैसे खोला गया था, जानकारी ली।
इस बारे में सीबीआई एसपी ने भी राकेश से कुछ बिंदुओं पर पूछताछ की।
फॉरेंसिक जांच के दौरान सीबीआइ के पटना स्थित विशेष अपराध शाखा के डीएसपी व कांड के अनुसंधानकर्ता पी. गैरोला , एसआई जीके अंशू, इंद्रजीत आदि मौजूद थे।