रांची: झारखंड (Jharkhand) में मानसून (Monsoon) पहुंचे 20 दिन से ज्यादा हो गया है।
लेकिन राज्य में अब तक मौसम विभाग (Weather Department) के आंकड़ों के अनुसार मानसून में औसत से कम वर्षा हुई है।
साहिबगंज (Sahibganj) में सबसे अत्यधिक तथा गढ़वा, सिमडेगा, देवघर, गोड्डा में सामान्य बारिश दर्ज की गई।
वहीं 19 जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से कम वर्षापात रिकॉर्ड किया गया है।
इन जिलों में 60 से 73 प्रतिशत तक कम वर्षा
चतरा, लातेहार, धनबाद और जामताड़ा जिले में 60 से 73 प्रतिशत तक कम वर्षा हुई है।
अब तक के मौसम विभाग के आंकड़े के अनुसार जून और जुलाई महीने में सामान्य से 44 प्रतिशत कम वर्षा रांची में भी हुई है।
पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी मानसून के प्रारंभ से ही बारिश कम हो रही है।
मानसून पर कृषि विभाग नजर बनाए हुए है। रांची के कृषि पदाधिकारी रामशंकर प्रसाद सिंह के अनुसार विभाग 25 जुलाई तक की बारिश का आकलन करेगा उसके बाद संभावना के आधार पर आगे बढ़ेगा।
राज्य में अब तक कम बारिश
रांची कृषि पदाधिकारी रामशंकर प्रसाद सिंह ने बताया कि राज्य में अब तक कम बारिश हुई है।
इसकी स्थिति का आकलन करने के लिए भारत सरकार के उद्यान कमिश्नर झारखंड आये थे।
उन्होंने स्थिति का आकलन किया तथा बैठक में यह फैसला लिया गया कि अभी 25 जुलाई तक का इंतजार करना चाहिए।
उसके बाद विभाग को संभावना के आधार पर आगे की प्लानिंग करनी पड़ेगी।
कृषि पदाधिकारी ने कहा
कृषि पदाधिकारी ने कहा कि अगर 25 जुलाई तक भी स्थिति में सुधार नहीं होती है तब मोटे अनाज और कम वर्षा में उपज देने वाले फसल लगाने की ओर किसानों को ध्यान देना होगा।
राज्य में कुल 28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में से सबसे ज्यादा 18 लाख हेक्टेयर में सिर्फ धान की खेती होती है।
ऐसे में कृषि पदाधिकारी ने कहा कि अब तक जो वर्षा हुई है, वह बिचड़ा के लिए तो ठीक है पर खेतों में रोपनी नहीं हो सकती है।