लोहरदगा: रामनवमी पर हिरही भोक्ता बगीचा में घटी घटना के बाद उत्पन्न स्थिति को सामान्य बनाने के उद्देश्य से अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल ने बुधवार को जिले के प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक की।
बैठक में उन्होंने कहा कि यहां जो भी घटना घटी है वह दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि पुलिस एवं प्रशासन उपद्रवियों को चिन्हित कर रही है और उन्हें किसी भी कीमत में बख्सा नहीं जाएगा। इस मामले में अनुसंधान जारी है और प्रशासन पूरी कड़ाई बरत रहा है।
इसमें जो भी दोषी लोग है उन्हें चिन्हित कर कड़ी सजा दी जाएगी। चाहे वह कितना भी रसूखदार क्यों न हो।
कितना भी पैरवी वाला क्यों ना हो, दोषी बख्से नहीं जाएंगे चाहे वह कोई भी हो। SDO ने पूरी घटनाक्रम की जानकारी बैठक में मौजूद लोगों के साथ साझा की।
अबतक आठ लोग जेल भेजे जा चुके है
उन्होंने कहा कि लोहरदगा में ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल काम कर रहा है और पूरी घटना को अंजाम भी स्लीपर सेल के द्वारा ही दिया गया है।
इसकी शुरूआत कुछ दिन पहले ही हुई थी। स्लीपर सेल के सदस्य लोहरदगा शहर में भी माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश की थी लेकिन उनकी कोशिश नाकामयाब हो गई।
ऐसे लोगों को सभी लोग चिन्हित करें। प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ अपना काम कर रहा है। लेकिन समाज में अमन, चैन बरकरार रहे इसके लिए समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को भी आगे आना होगा। शहर में शांति रहे, जिले में अमन चैन कायम रहे ये ज़िम्मेदारी सबकी है।
मौके पर एसडीपीओ वषिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि पुलिस लागातार जांच कर रही है। इस घटना में शामिल लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। अबतक आठ लोग जेल भेजे जा चुके है। आगे भी अनुसंधान जारी रहेगा है।
जल्द ही इस मामले में होगा खुलासा
एसडीओ ने कहा कि रामनवमी शोभायात्रा के दिन शहर के दुपट्टा चौक से कुटूम-ढोड्हा टोली पथ में स्लीपर सेल के सदस्य किसी बड़ी घटना को अंजाम देकर सांप्रदायिक हिंसा फैलाना चाहते थे।
इसकी भनक समय रहते प्रशासन को मिल गई।इसके बाद पूरे क्षेत्र में पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया। स्लीपर सेल के सदस्य ऑटो से उस क्षेत्र में घूम रहे थे।
इसकी जानकारी प्रशासन को मिली। तत्काल प्रशासन द्वारा कार्रवाई करते हुए पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
इसकी भनक लगने पर वे निकल गए, जिस कारण स्लीपर सेल के सदस्यों के बारे में प्रशासन को पूरी जानकारी नहीं मिल पाई।
इसी बीच जब स्लीपर सेल के सदस्यों को यहां किसी घटना को अंजाम देने में कामयाबी नहीं मिली तो वे हिरही में इस घटना को अंजाम दे दिया। एसडीओ ने कहा कि पूरे मामले में दो-तीन बातें काफी महत्वपूर्ण है।
पहली तो यह कि हिरही गांव में पथराव की घटना के बाद स्थिति सामान्य हो गई थी, परंतु दोबारा कुछ लोगों द्वारा लोगों को उकसा कर हमला कराया गया।
दूसरी बात यह है कि जब दो समुदायों के बीच विवाद की घटना हो रही थी, उसी बीच भोक्ता बगीचा मेला में आग लगा दिया गया। मेला में आग लगाने की घटना किसी दूसरे ही गुट ने अंजाम दिया है।
यह लग रहा है कि इस घटना को स्लीपर सेल के सदस्यों ने अंजाम दिया है। लोहरदगा में जब 23 जनवरी 2020 को सांप्रदायिक हिंसा की घटना हुई थी, तब उसके बाद यहां की संवेदनशीलता को भांफते हुए राष्ट्र विरोधी ताकतों की ओर से स्लीपर सेल को एक्टिव किया गया था।
यहां अब भी स्लीपर सेल के कई सदस्य समाज के बीच में रहते हैं और मौका पाकर घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन इस मामले में बहुत करीब तक पहुंच चुका है। ऐसे जल्द ही मामले में खुलासा होगा।