रामगढ़: रामगढ़ छावनी परिषद डंपिंग यार्ड पिछले 100 घंटे से आग की लपटों में सुलग रहा है। यहां से उठने वाला जहरीला धुआं शहर की आबोहवा को जहरीला कर रहा है। साथ ही मूरामकला का वन क्षेत्र भी खतरे में पड़ा हुआ है।
पिछले 100 घंटे से यहां पर लगी आग को बुझाने का प्रयास तो किया जा रहा है, लेकिन उस पर सफलता नहीं मिल पाई है।
गुरुवार को छावनी परिषद के नामित सदस्य कीर्ति गौरव अन्य अधिकारियों के साथ हालात का जायजा लेने पहुंची।
उन्होंने कहा कि डंपिंग यार्ड में कचरे का अंबार लगा हुआ है। इसमें लगी आग लोगों को बीमार बनाने के लिए काफी है। यहां से उठने वाला धुआं पिछले चार दिनों से लोगों को परेशान कर रहा है।
फायर ब्रिगेड की टीम लगातार कर रही पानी का छिड़काव
उन्हें लगातार इस बात के लिए फोन आ रहा है कि लोग पूरी रात सो नहीं पा रहे हैं, जिस स्थान पर आग लगा है उसके आसपास बस्ती है और एक बड़ी घनी आबादी वहां निवास करती है।
उन सब लोगों के जीवन को लेकर अभी संशय बना हुआ है। प्रयास यह किया जा रहा है कि कचरे के ढेर में लगी आग को शहरी क्षेत्र में बढ़ने से रोका जाए।
इसके अलावा फायर ब्रिगेड की टीम लगातार वहां पर पानी का छिड़काव कर रही है।
रामगढ़ फायर ब्रिगेड की टीम की असफल कोशिश को देखते हुए सीसीएल और आर्मी कैंप के अंदर मौजूद दमकल से सहायता मांगी गई है।
कीर्ति गौरव ने यह माना है कि छावनी परिषद के कर्मचारियों और ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से हर वर्ष यह आग लोगों को परेशान करती है।