धनबाद: बारहवीं के परिणाम से असंतुष्ट छात्राओं का विरोध प्रदर्शन ने शुक्रवार को पांचवें दिन उग्र रूप धारण कर लिया।
शुक्रवार को धनबाद समाहरणालय के कॉन्फ्रेंस रूम में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ प्रशासनिक अधिकारियों की बीस सूत्री के बैठक के दौरान ही दर्जनों की संख्या में छात्राएं समाहरणालय परिसर में घुस आई और अनियमितताओं का आरोप लगा जमकर हंगामा करने लगी।
देखते ही देखते स्थिति इतनी बिगड़ गई कि प्रशासनिक अधिकारियों को पुलिस बल बुलवाकर छात्राओं को शांत करने के लिए लाठी चार्ज तक करवाना पड़ गया।
12वीं के परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट छात्राओं ने उग्र प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त कार्यालय के अंदर दाखिल हो गई।
देखते ही देखते आक्रोशित छात्राओं की भीड़ उस कॉन्फ्रेंस हॉल के मुख्य दरवाजे तक पहुंच गई, जहां राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अधिकारियों संग बीस सूत्री की मीटिंग कर रहे थे।
हंगामा के साथ उपायुक्त कार्यालय में दाखिल हुई छात्राएं इतनी आक्रोशित थी कि वो किसी भी प्रशासनिक अधिकारियों से एक भी बात करने को तैयार नहीं थी।
जबकि मौके पर मौजूद अधिकारी छात्राओं को बार-बार वार्ता के लिए अनुरोध कर रहे थे। पर छात्राएं अधिकारियों की एक भी बात सुनने को तैयार नहीं थी।
छात्राओं का कहना था कि जब तक मंत्री जी उनकी मांगे खुद आकार नहीं लेते तब तक वह वहां से नहीं जाएंगी। साथ ही छात्राए खुद को परीक्षा में उत्तीर्ण घोषित करने की भी मांग कर रही थी।
देखते ही देखते आक्रोशित छात्राएं वहाँ मौजूद अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों से धक्का मुक्की करने लगी। सभागार के पास रखे फर्नीचर को भी तोड़ने का प्रयास करने लगी।
इतना ही नहीं कुछ लड़कियां कॉन्फ्रेंस हॉल का मुख्य दरवाजा तोड़ने का प्रयास करने लगी। तब मौके पर मौजूद एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने सुरक्षा कर्मियों की मदद से उन्हें वहां से हटाना चाहा।
लेकिन छात्राएं कॉन्फ्रेंस हॉल के मुख्य दरवाजे के पास ही फर्श पर बैठ गई और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगी।
इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें वहां से हटाने के लिए लाठी चार्ज कर दिया, जिससे मौके पर अफरा तफरी मच गई। सुरक्षा कर्मियों ने छात्राओं और उनके साथ आए कुछ पुरुष अभिभावकों पर भी बल प्रयोग किया।
इस दौरान कई छात्राओं के घायल होने की भी खबर है। मौके पर कई छात्राएं बेहोश होकर गिर गयी।