रांची: पारा शिक्षकों के बाद अब राज्य के 1250 वित्त रहित शिक्षण संस्थानों को घाटानुदान का दर्जा देने, कोरोना काल में अनुदान राशि बढ़ाने समेत अन्य लंबित मांगों को लेकर शिक्षक चरणबद्ध आंदोलन चला रहे हैं।
सुदूरवर्ती और दुरूह ग्रामीण इलाकों में शिक्षण का कार्य कर रहे शिक्षकों को मामूली मानदेय से ही अपना घर चलाना पड़ रहा है। लिहाजा वे अब आंदोलन पर हैं।
उनका कहना है कि कभी अपनी तो कभी अपने परिजनों की खुशियों को मारना पड़ता है। कभी किसी के त्योहारों पर कपड़ों की मांग पूरी नहीं होती तो कभी दूसरी जरूरत।
मांगों को लेकर अब 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के दिन 10 हजार शिक्षक व कर्मचारी अपने-अपने संस्थानों के समक्ष भूखे रहकर धरना देंगे।
वहीं, कोरोना के कारण शिक्षामंत्री जगरनाथ महतो के आवास का घेराव स्थगित कर दिया गया है।
अब 2 अक्टूबर को शिक्षामंत्री के आवास का घेराव
अब 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन शिक्षामंत्री के आवास का घेराव करेंगे।
मंगलवार को इंटर कॉलेजो, हाईस्कूलों, संस्कृत व मदरसा विद्यालयों के प्राचार्यों की मीटिंग सर्वोदय बाल निकेतन धुर्वा में हुई, जिसमें उपरोक्त निर्णय लिया गया। बैठक में वित्त रहित शिक्षा संघर्ष मोर्चा के रघुनाथ सिंह आदि मौजूद थे।