Terror of Mining Mafia: झारखंड के पलामू जिले में पत्थर माफियाओं का आतंक (Terror) बढ़ता ही जा रहा है। शनिवार देर रात छतरपुर थाना क्षेत्र के सिलदाग पंचायत के बसडीहा गांव के जंगल में अवैध पत्थर खनन की सूचना पर कार्रवाई करने गई वन विभाग की टीम पर माफियाओं ने हमला कर दिया।
इस हमले में नौ वनकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मेदिनीनगर रेफर किया गया है।
वन विभाग की कार्रवाई के दौरान हमला
घटना शनिवार रात करीब 10 बजे की है, जब वन विभाग की टीम बसडीहा के जंगलों में अवैध पत्थर उत्खनन की सूचना पर पहुंची। मौके पर कई ट्रैक्टरों में पत्थर लोड किए जा रहे थे।
टीम ने कार्रवाई शुरू ही की थी कि 30 से 35 की संख्या में मौजूद पत्थर माफियाओं (Stone Mafia) ने लाठी, डंडे और कुल्हाड़ियों से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में वन विभाग के कई कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों की हालत गंभीर, पुलिस ने बढ़ाई सतर्कता
हमले में वनपाल लक्ष्मीकांत पांडेय, सक्सिज उरांव, अजय कुमार, संतोष उरांव, पंकज कुमार, आशुतोष कुमार तिवारी, विनोद कुमार, राकेश पासवान और राहुल कुमार सहित कई वनकर्मी घायल हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही छतरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अवध कुमार यादव और प्रभारी थाना प्रभारी अनिल कुमार रजक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
घायल वनकर्मियों को तुरंत छतरपुर अनुमंडलीय अस्पताल (Chhatarpur Sub-Divisional Hospital) में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें मेदिनीनगर रेफर कर दिया गया।
अवैध खनन का अड्डा बनते जा रहे जंगल
बसडीहा और उसके आसपास के जंगलों में लंबे समय से पत्थर माफियाओं द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन और वन विभाग द्वारा समय-समय पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन माफियाओं के बढ़ते हौसले इन प्रयासों को कमजोर कर रहे हैं।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और पत्थर माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।