जमशेदपुर: Seraikela Kharsanwa(सरायकेला खरसांवा) से बड़ी खबर है। यहां पर सरायकेला थाना प्रभारी की कथित हैवानियत की खबर सामने आई है। थाना प्रभारी मनोहर कुमार पर आरोप लगा है कि उन्होंने बिना FIR दर्ज किए ही एक नाबालिग को उठा लिया।
उन्होंने नाबालिग को उसके घर से उठाया और इसके बाद तीन दिन तक हाजत में रखे रखा। इस बीच हाजत में नाबालिग ने फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली। हालांकि घटना के बाद पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश ने थानेदार को सस्पेंड (Suspend)
कर दिया है।SP ने बताया कि 31 अक्टूबर को किशोरी के अपहरण के मामले में नाबालिग को घाटशिला के मुड़ाकाटी स्थित उसके घर से पकड़कर सरायकेला (Seraikela) थाना लाया गया था।
दोनों पक्ष से छानबीन करने के बाद थानेदार ने किशोरी का पक्ष लेकर उसे छोड़ दिया, जबकि बिना किसी लिखित शिकायत के नाबालिग (17) को बाल मित्र थाना हाजत में रखा गया था।
जांच मजिस्ट्रेट से कराई जा रही
थानेदार की भूमिका और बाल मित्र थाना में तैनात पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की जांच मजिस्ट्रेट (Magistrate) से कराई जाएगी। इसके साथ ही नाबालिग के परिजनों की लिखित शिकायत के आधार पर FIR दर्ज होगा।
वहीं नाबालिग का शव मिलने की खबर के बाद गम्हरिया अंचलाधिकारी मनोज कुमार ने पंचनामा बनाया। एमजीएम में दंडाधिकारी मनोज कुमार की देखरेख में तीन डॉक्टरों की टीम ने वीडियोग्राफी (Videography) करते हुए नाबालिग के शव का पोस्टमार्टम (Post Mortem) किया।
साजिश के तहत हत्या का लगाया आरोप
मृतक (Dead) के पिता ने साजिश के तहत हत्या करने का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। धालभूमगढ़ के जुनबनी (राेड़ाडीह) निवासी नाबालिग के पिता और मां ने बताया कि उनका बेटा कभी बेल्ट नहीं पहनता था। फिर बेल्ट के सहारे वह कैसे फांसी लगा सकता है।
उसे तीन दिन तक थाने में टॉर्चर (Torture) किया गया। इसके बाद उसकी हत्या कर शव को फांसी से लटका दिया गया। उनका बेटा सरायकेला की एक किशोरी से प्रेम करता था।
पूरे मामले पर एक नजर
नाबालिग का सरायकेला थाना अंतर्गत रहनेवाली एक लड़की के साथ प्रेम संबंध (Love Releation) चल रहा था। नाबालिग लड़का शादी करने की नीयत से किशोरी को अपने घर ले गया था। लड़की अनुसूचित जनजाति की थी। नाबालिग के भाई ने समाज का ख्याल रखते हुए किशोरी को उसके घर पहुंचा दिया।
वहां से कुछ लोगों ने समझौता के लिए थाना पहुंचाया। इसके बाद सरायकेला पुलिस नाबालिग को बाल मित्र थाना ले गई। वहां 3 दिनों से थाना हाजत में रखकर पूछताछ की। बुधवार की रात संदेहास्पद स्थिति में उसका शव हाजत में फांसी से लटकता मिला। वहीं, घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। साथ ही पुलिस की कार्यशैली पर अब बड़े सवाल उठने लगे हैं।